गोरखपुर (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी की ओर से इन खिलाडिय़ों को बेहतर प्रर्दशन करने के लिए सभी बेसिक सुविधाओं के साथ ही बेहतर ट्रेनिंग दी जा रही है। इसी का नतीजा है कि बीते दिनों डीडीयू के इतिहास में पहली बार यहां की फुटबाल टीम ने ऑल इंडिया लेवल पर आयोजित मैच में प्रतिभाग किया। वहीं, यूनिवर्सिटी की एथलेटिक्स खिलाड़ी रंजना राजपूत ने खेलो इंडिया में गोल्ड मेडल जीतकर तो इतिहास ही रच दिया। सुपर 100 खिलाडिय़ों के विवाद के बाद पहला ऐसा मौका था जब किसी खिलाड़ी ने यूनिवर्सिटी का नाम नेशनल लेवल पर रोशन किया।
प्रैक्टिस के लिए बने हैं दो ग्राउंड
गोरखपुर यूनिवर्सिटी में खिलाडिय़ों को बेहतर ट्रेनिंग देने के लिए 2 ग्राउंड्स बनाए गए हैं। इसमें एक क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए है, जबकि दूसरा अन्य खेलों की प्रैक्टिस के लिए। दोनों ग्राउंड्स में सुबह-शाम 100 से अधिक खिलाड़ी पसीना बहाते हैं। यहां खिलाडिय़ों की सुविधा के लिए नियमित तौर पर पानी चलाकर घांस की अच्छी कतार तैयार की जाती है ताकि उन्हें खेलते समय किसी तरह की परेशानी न होने पाए।
नेशनल लेवल पर थर्ड रैंक
सुविधाएं मिलने का असर डीडीयू के पोषित खिलाडिय़ों पर भी देखने को मिल रहा है। इस सेशन में अबतक यहां की 20 टीमों ने नेशनल लेवल पर प्रतिभाग कर विभिन्न खेलो में शानदार प्रर्दशन किया है। वहीं, यूनिवर्सिटी की क्रास कंट्री टीम ने थर्ड रैंक लाकर नया रिकार्ड बनाया है। वहीं, इस सेशन में पहली बार डीडीयू की वूमेन्स फुटबाल टीम ने ऑल इंडिया लेवल पर आयोजित प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया।
यूनिवर्सिटी में खेले जाते हैं ये गेम्स
- एथलेटिक्स 100 मी., 400 मी., 800 मी., 1600 मी।
- बाधा दौड़ की प्रतियोगिताएं
- कुश्ती की प्रतियोगिताएं
- वॉलीबाल की प्रतियोगिताएं
- बास्केटबॉल की प्रतियोगिताएं
- फुटबाल
- क्रिकेट
- खो-खो
- ऊंची कूद, लंबी कूद
- मैराथन दौड़