गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके लिए अगले महीने यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से टेंडर निकाला जाएगा। अगस्त से स्टूडेंट्स को तीनों सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।

दरअसल, यूनिवर्सिटी में पढऩे वाले स्टूडेंट्स को कुछ खाने-पीने और स्टेशनरी संबंधित सामान के लिए यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर जाना पड़ता है। स्टूडेंट्स की इस समस्या को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 31 मई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसका संज्ञान लेते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस में कैंटीन के साथ ही स्टेशनरी शॉप और हॉस्टल्स में मेस शुरू करने की पहल की है।

क्वालिटी फूड से नहीं खराब होगी स्टूडेंट्स की सेहत

यूनिवर्सिटी कैंपस में कैंटीन न होने के चलते स्टूडेंट्स को खाने-पीने के लिए बाहर जाना पड़ता है। ऐसे में खराब क्वालिटी का फूड होने के चलते कई बार स्टूडेंट्स की तबीयत भी खराब हो जाती है, लेकिन अब कैंपस में कैंटीन खुलने के बाद स्टूडेंट्स की ये परेशानी दूर हो जाएगी। कैंपस में खुलने वाले कैंटीन में क्वालिटी फूड मिलने के साथ ही अलग-अलग तरह के व्यंजन भी मिलेंगे। जहां हाइजीन को भी मेंटेन किया जाएगा।

स्टेशनरी में फोटोकॉपी की भी होगी सुविधा

डीडीयू कैंपस में इस सेशन से स्टूडेंट्स को स्टेशनरी शॉप की सुविधा मिलने वाली है। यहां स्टूडेंट्स को विभाग से मिलने वाले प्रोजेक्ट-असाइनमेंट के लिए जरूरी हेल्प के साथ ही बुक और कॉपी भी मिलेगी। वहीं, फोटोकॉपी करने के लिए जहां स्टूडेंट्स को कैंपस के बाहर जाना पड़ता था, वहीं स्टेशनरी शॉप खुल जाने के बाद ये सुविधा भी मिलने लगेगी।

हॉस्टल के मेन्यू में शामिल होंगे लजीज व्यंजन

यूनिवर्सिटी प्रशासन की प्लानिंग के मुताबिक हॉस्टल में इस बार मेस की सुविधा शुरू की जाएगी। इसके लिए अगले महीने टेंडर निकाला जाएगा। मेस में हर दिन अलग-अलग मेन्यू के मुताबिक स्टूडेंट्स को लजीज व्यंजन का स्वाद मिलेगा। इसमें एक दिन स्पेशल खाने की भी व्यवस्था भी मिलेगी। वहीं, अगर कोई हॉस्टलर अपने किसी परिचित को खाना खिलाना चाहता है तो उसके लिए कैश देकर खाना खाने की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।

बदमाशी रोकने के लिए बढ़ेगी सख्ती

यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स में अवैध छात्रावासियों के रहने से वहां हमेशा कुछ न कुछ विवाद होता रहता है। ऐसे में वीसी प्रो। पूनम टंडन ने इससे बचने के लिए हॉस्टल्स में सख्ती बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब यूनिवर्सिटी के सभी हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरे के साथ ही गार्डों की तैनाती की जाएगी। यहां आने वाले सभी अवैध स्टूडेंट्स को रोकने के साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लोकल पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा।

यूनिवर्सिटी में इस सेशन से स्टूडेंट्स के लिए कैंटीन, मेस और स्टेशनरी शॉप खोलने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए अगले महीने टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं, हॉस्टल्स में अवैध स्टूडेंट्स के प्रवेश को रोकने के लिए सख्ती बढ़ाई जाएगी। इसके लिए लोकल पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा।

- प्रो। पूनम टंडन, वीसी डीडीयूजीयू