गोरखपुर (ब्यूरो)।यहां यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर चुके स्टूडेंट को इसके एल्युमिनस हैं ही, लेकिन वर्तमान में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट और रिसर्च स्कॉलर्स को भी यूनिवर्सिटी ने अपने एल्युमिनाई एसोसिएशन का मेंबर बनाना शुरू कर दिया है। भले ही स्टूडेंट अभी फस्र्ट ईर में हैं, लेकिन उन्हें जिम्मेदारों के आदेश पर एल्युमिनाई एसोसिएशन की फीस जमा कर इसका मेंबर बनना पड़ रहा है। यूनिवर्सिटी के आदेश से स्टूडेंट्स परेशान हैं, लेकिन उनके इस दर्द को सुनने वाला कोई नहीं है। चूंकि पढ़ाई भी करनी है। ऐसे में वह पैसा जमा करने को मजबूर हैं।
बैठक कर किया जा रहा मोटिवेट
किसी भी इंस्टीट्यूशन में अगर एल्युमिनाई मीट ऑर्गनाइज होती है तो वहां पर पढ़ चुके स्टूडेंट्स को अट्रैक्ट करने की कोशिशें होती हैं। मगर गोरखपुर यूनिवर्सिटी इससे अलग है। ए प्लस-प्लस का तमगा हासिल कर चुकी यूनिवर्सिटी पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स भी एल्युमिनाई एसोसिएशन के मेंबर बनाने पर उतारू है। 29 अप्रैल से शुरू हो रही एल्युमिनाई मीट के लिए लगातार बैठकें हो रही हैं और डीन से लेकर एचओडी तक सभी स्टूडेंट्स को एल्युमिनाई एसोसिएशन का मेंबर बनने के लिए स्पेशल लेक्चर सेशन लेकर मोटिवेट करने में जुटे हैं।
500 में लाइफटाइम मेंबरशिप
यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से वर्तमान में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को एल्युमिनाई एसोसिएशन की लाइफटाइम मेंबरशिप लेने के लिए स्पेशल ऑफर दिया जा रहा है। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स 500 रुपए में लाइफटाइम मेंबरशिप ले सकते हैं। वहीं, एफिलिएटेड कॉलेज के स्टूडेंट्स के लिए यह फीस 700 रुपए है। जो एल्युमिनस लाइफटाइम मेंबरशिप लेना चाहते हैं, उनके लिए यह फीस 2500 रुपए है। जबकि लास्ट ईयर तक 1100 रुपए लिए जा रहे थे। यूनिवर्सिटी का यह फैसला पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स के लिए यह एक एक्स्ट्रा बर्डन की तरह है। एक आम स्टूडेंट अपनी फीस भरे या फिर मेंबरशिप ले? इसको लेकर स्टूडेंट परेशान हैं।
ग्रुप्स में सर्कुलेट हो रहे मैसेज
एल्युमिनाई मीट में मेंबर बनाने के लिए स्टूडेंट्स के ग्रुप में खास मैसेज सर्कुलेट किए जा रहे हैं। 'आप सभी को सूचित किया जाता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश के अनुक्रम में सभी विद्यार्थी एल्युमिनाई के लिए अपना पंजीकरण करा लें। प्रत्येक विद्यार्थी जो कि इस समय पढ़ रहा है वो 500 रुपए में लाइफटाइम मेंबरशिप ले सकता है.Ó यूनिवर्सिटी में इस तरह के मैसेज लगभग हर वॉट्सएप ग्रुप में सर्कुलेट हो रहे हैं। एल्युमिनाई एसोसिएशन की मेंबरशिप लेने के लिए डिपार्टमेंट के एचओडी और टीचर्स लगातार बैठकें कर स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन करने का दबाव भी बना रहे हैं।
प्रोफेसर ने उठाए सवाल
स्टूडेंट्स से मेंबरशिप फीस लेने को लेकर एक बार फिर हिंदी डिपार्टमेंट के प्रो। कमलेश गुप्त यूनिवर्सिटी के सामने आ गए हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी के इस रवैये पर सवाल खड़ा करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली है। उन्होंने लिखा है कि 'पुरातन छात्र सम्मेलन मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की योजनाबद्ध कोशिश है। यह सम्मेलन भी उसी तरह से दबाववश आयोजित करना पड़ रहा है, जैसे नैकोत्सव मनाना पड़ा था, क्योंकि असहमति के लिए कोई जगह रह नहीं गई है। वर्तमान छात्र और शोधार्थी पुरातन छात्र कैसे हो सकते हैं और पुरातन छात्र परिषद के सदस्य कैसे हो सकते हैं? जब अध्ययनरत विद्यार्थियों को पुरातन छात्र परिषद की सदस्यता का फार्म भरने का निर्देश दिया जाता है, तो विद्यार्थी ही नहीं, उनके अभिभावक भी काफी दबाव महसूस करते हैं.Ó
हम जैसे आम स्टूडेंट से भी एल्युमिनाई एसोसिएशन की मेंबरशिप लेने के लिए बोला जा रहा है। अब स्टूडेंट्स अपनी फीस दे या फिर इसमें रजिस्ट्रेशन करे?
अभिषेक पांडेय, स्टूडेंट
जो स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी से पढ़कर निकल जाते हैं उनको एल्युमिनाई एसोसिएशन का मेंबर बनाया जाता है। मगर यहां सभी से ही रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है।
सूरज मौर्य, स्टूडेंट
सेमेस्टर की फीस ही पहले से काफी ज्यादा है। उसके बाद से यह रजिस्ट्रेशन एक तरह से बोझ है। स्टूडेंट्स से एल्युमिनाई एसोसिएशन में रजिस्ट्रेशन नहीं कराना चाहिए।
वैभव सिंह, स्टूडेंट
जवाब देने से बचे जिम्मेदार
इस मामले में रजिस्ट्रार विशेश्वर प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के बारे में एल्युमिनाई एसोसिएशन की अध्यक्ष ही बता पाएंगी। जब एसोसिएशन की अध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने कुछ बोलने से इंकार कर दिया।