- गोरखपुर से काठमांडू के लिए बस सर्विस स्टार्ट होने के बाद भी नहीं मिल रही है सीट
GORAKHPUR : गोरखपुर से काठमांडू तक जाने की चाहत रखने वाले पैसेंजर्स को अब तक राहत नहीं मिल सकी है। वाराणसी से काठमांडू के बीच स्टार्ट हुई सर्विस से गोरखपुराइट्स ने राहत की सांस ली थी, लेकिन काठमांडू जाने के लिए सभी सीटें वाराणसी से ही फुल हो जा रही हैं। वहीं वापसी की जर्नी में काठमांडू से यह बस काफी खाली आ रही है क्योंकि वाराणसी जाने के लिए पैसेंजर्स ही नहीं हैं।
ब् मार्च से स्टार्ट हुई है सर्विस
वाराणसी और गोरखपुर से काठमांडू जाने के लिए रोडवेज एडमिनिस्ट्रेशन ने ब् मार्च से नई वॉल्वो सर्विस की शुरुआत की थी। शुरुआत में यह बस वाराणसी से रात क्0.फ्0 पर चलकर भोर में ख्.फ्0 पर गोरखपुर पहुंच रही थी, लेकिन बाद में इसकी टाइमिंग चेंज कर दोपहर क् बजे कर दी गई और गोरखपुर में इस समय 7 बजे कर दिया गया। मगर इसमें गोरखपुर का कोई कोटा न होने की वजह से पैसेंजर्स को सीट नहीं मिल पा रही है, वहीं लखनऊ से काठमांडू का सफर करने वालों के लिए क् अप्रैल से वॉल्वो सर्विस शुरू होनी थी, मगर म् अप्रैल बीत चुका है और उसके चलने की अब तक कोई जानकारी नहीं है। गोरखपुर डिपो के आला अधिकारी भी अभी इस मामले में कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं और इसी मंथ से इसकी शुरुआत होने की बात कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में यह कब रोड पर दौड़ेगी, इसके बारे में अभी किसी को भी इंफॉर्मेशन नहीं है।
पैसेंजर्स की जबरदस्त भीड़
ऐसा नहीं है कि गोरखपुर से काठमांडू के लिए रोडवेज के पास पैसेंजर नहीं है। एआरएम महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि गोरखपुर से काठमांडू जाने के लिए डेली बड़ी तादाद में पैसेंजर्स डिपो पर पहुंचते हैं। खासतौर पर वॉल्वो के लिए क्वेरीज आ रही हैं, लेकिन वॉल्वो के फुल होने की वजह से उन्हें सीट नहीं मिल पा रही है। डेली बड़ी तादाद में पैसेंजर्स वापस लौट रहे हैं और दूसरे कनवेंस का सहारा लेकर काठमांडू जा रहे हैं।
गोरखपुर के कोटे से भी कुछ सीट रिजर्व हो सके, इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही लखनऊ से वॉल्वो सर्विस भी स्टार्ट हो जाएगी जिससे पैसेंजर्स को राहत मिलेगी।
- सुग्रीव राय, आरएम, रोडवेज