- वीआईटी यूनिवर्सिटी प्रजेंटस आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज 2016 का हुआ शानदार आगाज

- मोटिवेशनल गुरु अरुणेन्द्र सोनी बोले, खुद को ब्रांड बनाइए, दुनिया करेगी सलाम

- 80 परसेंट इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं अनइम्प्लाएबल, इसलिए नहीं मिलती नौकरी

GORAKHPUR: आज स्टूडेंट्स अपने कॅरियर को लेकर कितने संजीदा हैं इसकी शानदार झलक मंगलवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर स्थित दीक्षा भवन में देखने को मिली। मौका था वेल्लोर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (वीआईटी) प्रेजेंट्स आई नेक्स्ट इंजीनियरिंग गेटवेज- 2016 के आगाज का। इंजीनियरिंग फील्ड में कॅरियर बनाने की चाहत लिए अलग अलग स्कूलों के स्टूडेंट्स का जुटान हुआ। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर्स पर स्टूडेंट्स की जो भीड़ उमड़ी, पूछिये मत। दो सेशंस में एक्सर्प‌र्ट्स ने स्टूडेंट्स को कॅरियर की राह आसान बनाने के लिए एक से बढ़ कर एक बातें बताई। मोटिवेशनल कॅरियर काउंसर अरुणेन्द्र सोनी ने स्टूडेंटस के सवालों का जवाब दिया और प्रोत्साहित किया। इन्हें अगर आत्मसात कर लिया जाए तो जिंदगी खुशनुमा हो जाएगी।

दीप प्रज्ज्वलन से शुरुआत

डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के दीक्षा भवन में ऑर्गनाइज्ड इस सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इस दौरान डीडीयूजीयू के वीसी प्रो। अशोक कुमार, मोटिवेशनल कॅरियर काउंसर अरुणेन्द्र सोनी, दैनिक जागरण के यूनिट हेड सुनील कुमार लद्धू, वीआईटी के प्रो। रघुराम और प्रो। जयप्रकाश के साथ ही प्रो। धर्मेन्द्र, प्रो। विनय श्रीवास्तव ने दीप प्रज्ज्वलित किया। इसके बाद मार्केटिंग हेड विनोद चौधरी, ब्रांड हेड प्रदीप कुमार, दैनिक जागरण पीएसएम हेड राजेश सिंह, कानपुर से आए ब्रांड पर्सन राहुल पांडेय ने एक्सप‌र्ट्स को बुके देकर उनका वेलकम किया। यूनिट हेड सुनील कुमार लद्धू ने गेस्ट का वेलकम किया। संचालन आई नेक्स्ट के एडिटोरियल हेड दीपक मिश्रा ने किया।

कनफ्यूजन हुआ दूर

इंजीनियरिंग फील्ड में करियर बनाने की चाह रखने वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स का मंगलवार को कनफ्यूजन दूर हो गया। एक्सप‌र्ट्स की सलाह मिलने के बाद फिजिक्स, कैमेस्ट्री और मैथ्स स्ट्रीम के स्टूडेंट्स जो इंजीनियरिंग से दूर भाग रहे थे, उनकी भी आंखें खुल गई और उन्हें भी इंजीनियरिंग की राह काफी आसान लगने लगी। इस दौरान उन्होंने अपने कनफ्यूजन और मन में उठ रहे सवालों का सटीक जवाब पाया, जिसके बाद उन्हें काफी राहत महसूस हुई।

बनाए खुद को ब्रांड

लोगों के दिलों से खौफ दूर करते हुए कॅरियर काउंसलर अरुणेंद्र सोनी ने कहा कि इंजीनियरिंग करने के बाद बेरोजगार पड़े इंजीनियर्स, अनएंप्लायमेंट के आंकड़ों को देखकर डरे नहीं। क्योंकि हर फील्ड में इंजीनियर्स ही कमाल दिखा रहे हैं। उन्होंने यूपी सीएम अखिलेश यादव, बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह, स्पो‌र्ट्स से श्रीकांत और साहित्य में चेतन भगत का एग्जामपल देते हुए स्टूडेंट्स को कॅरियर चुनने की राह दिखाई। एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि देश में 80 परसेंट इंजीनियर्स ऐसे हैं, जो नौकरी के काबिल ही नहीं है। स्टूडेंट्स ने जितना पढ़ा अगर अपनी स्टडी के अहम 20 परसेंट कंटेट पर ही फोकस कर लें, तो कामयाबी उनके कदम चूमेगी।

30 परसेंट इंजीनियर्स है सीईओ

उन्होंने कहा कि कभी यह न सोचिए कि एक इंजीनियर क्या कर सकता है। इस समय टॉप कंपनियों में 30 परसेंट सीईओ इंजीनियर ही हैं। आईआईटी के ग्रेजुएट अर्णव ने यू ट्यूब पर 'टीवीएफ' चैनल बनाया और आज उसका टर्नओवर 250 करोड़ रुपए है। आपका सक्सेस आपकी सोच और उसके लिए की गई मेहनत पर निर्भर करती है। जरूरत है खुद को प्रुव करने की, खुद को ब्रांड के तौर पर स्थापित करने की। जिस दिन आप ऐसा कर जाएंगे, इंजीनियरिंग व‌र्ल्ड ही नहीं, पूरी दुनिया आपको सलाम करेगी।

करें सही इंस्टीट्यूट का चुनाव

अरुणेंद्र सोनी ने कहा कि अच्छा इंजीनियर बनने के लिए अच्छी पढ़ाई जरूरी है। निश्चित ही पढ़ाई बोरिंग होती है, लेकिन मूवी कभी बोरिंग नहीं होती। पढ़ाई को कभी भी बोरिंग मत बनाइए। पढ़ाई के बीच में ब्रेक जरूर लीजिए। इसके साथ ही इन दिनों देश में कुकुरमुत्ते की तरह इंजीनियरिंग कॉलेज तो खुल जा रहे हैं, लेकिन बात जब क्वालिटी एजुकेशन की होती है, तो इस पैमाने पर मैक्सिमम कॉलेज धराशयी हो जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप इंजीनियरिंग कहां से कर रहे हैं, यह भी जरूरी है। इस समय हर तीन किमी। पर एक कॉलेज हैं। ऐसे में सही इंस्टीट्यूट का सेलेक्शन सबसे इंपॉर्टेट है।

वीडियो के थ्रू बताई वीआईटी की खासयित

सेमिनार के दौरान वेल्लोर इंस्टीट्यूट से आए एक्सप‌र्ट्स ने पहले स्टूडेंट्स को मोटीवेट किया और यूनिवर्सिटी के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने एक वीडियो के थ्रू वीआईटी की पूरी इंफॉर्मेशन विजुअली स्टूडेंट्स से शेयर की। इसमें कॉलेज कैंपस की खासियत बताने के साथ ही यहां कितने स्टूडेंट्स हैं, कंप्यूटर लैब कैसा है, स्पो‌र्ट्स में वीआईटी किस तरह से स्टूडेंट्स को फैसलिटी देता है, यह सब बताया गया। इतना ही नहीं क्लास रूम कैसी है, इसकी भी विजुअल प्रेजेंटेशन दी गई।

फुली फ्लेक्सिबल क्रेडिट सिस्टम है खास

वीआईटी में यूं तो कई खास चीजें मौजूद हैं, लेकिन इसकी एक बात इसे सभी यूनिवर्सिटीज और इंजीनियरिंग कॉलेजेज से अलग करती है। वह है फुली फ्लेक्सिबल क्रेडिट सिस्टम (एफएफसीएस)। इसके थ्रू स्टूडेंट्स के पास यह मौका होता है कि वह जिस सब्जेक्ट का चाहे सेलेक्शन कर सकता है, वहीं टीचर भी स्टूडेंट्स को उसके पसंद का ही मिलेगा, यह भी फैसिलिटी वीआईटी स्टूडेंट्स को देता है। इतना ही नहीं वह चाहें तो फोर्थ इयर के स्टूडेंट्स के साथ भी पढ़ाई कर सकते हैं। बस उन्हें चार साल में दिए गए 200 क्रेडिट पूरे करने पड़ते हैं। इसके साथ ही फीस में भी स्टूडेंट्स को काफी रियायत है। टॉप 15 में आने वाले स्टूडेंट्स की 75 परसेंट फीस भी माफ की जाती है। वहीं टॉप 50 में आने वाले स्टूडेंट्स को 50 परसेंट कनसेशन मिलता है।

एक्टिविटी में मिले प्राइज

इस दौरान स्टूडेंट्स के लिए खास एक्टिविटी ऑर्गनाइज की गई, जिसमें विनर बनने पर उन्हें सम्मानित किया गया। इसके साथ ही दोनों सेशन में अलग-अलग लकी ड्रॉ भी हुआ, जिसमें विनर्स को सम्मानित किया गया।

इन स्कूल्स ने किया पार्टिसिपेट

डिवाइन पब्लिक स्कूल

ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल

एमजी इंटर कॉलेज

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज

स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज