- टीवी पर खबर आते ही नोट चेंज कराने के लिए दौड़ने लगा शहर
-छोटे दुकानदारों ने खबर देखते ही 500, 1000 लेने बंद किए
-देर रात ही मार्केट में होने लगी सौ के नोटों की किल्लत
GORAKHPUR: हजार व पांच सौ के नोट बंद होने की खबर जैसे ही आम हुई, शहर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लोग अपने पास रखे हजार व पांच सौ के नोटों को चलाने के लिए पूरे शहर में दौड़ने लगे। आई नेक्स्ट टीम मार्केट का जायजा लेने निकली तो पूरा माहौल ही बदला-बदला नजर आया। आलम यह था कि गुनगुनी ठंड भी लोगों को रोक नहीं पाई।
दुकानदारों ने किया मना
आई नेक्स्ट रिपोर्टर सबसे पहले पहुंचा एक दुकान पर। यहां पर उसने कुछ सामान लिया और पांच सौ की नोट देने लगा। पांच सौ की नोट देखते ही दुकानदार बिदक उठा। बोला, अभी देखे नहीं टीवी में, मोदी जी ने पांच सौ और हजार का नोट बंद कर दिया है। सौ रुपए हों तो दीजिए, नहीं तो सामान वापस कीजिए।
नोट चलाने की मची होड़
आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक के दौरान देखने को मिला कि मार्केट में बड़े नोट चलाने की मची हुई थी। लोग कुछ न कुछ खरीदकर अपने 500 व हजार के नोट को चेंज कराते दिखे। लोगों को इस बात का डर था कि कहीं उनके नोट बेकार न हो जाएं। ऐसे में जिसके पास जितने नोट थे, वो उसे मार्केट में चलाने में जुटा रहा।
कुछ जगहों पर चले
हालांकि इसी दौरान बड़े व्यापारी व फर्मो पर नोट लिए गए। उन लोगों का कहना था कि सिर्फ आज हम लोग यह नोट ले रहे हैं। अगले दिन से नहीं लेंगे। अगर तत्काल लेना बंद कर दें तो लोगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। व्यापारियों ने बताया कि कल तक सभी बड़े नोट बैंकों में जमा कर देंगे और इसके बाद नहीं लेंगे।
पेट्रोल पंपों पर लगी भीड़
पेट्रोल पंपों पर भी लोग 1000 और 500 की नोट लेकर पेट्रोल डलवाने पहुंचते रहे। शुरू में तो पेट्रोल पंपों पर 1000 और 500 की नोट एक्सेप्ट की जा रही थी। लेकिन थोड़ी ही देर के बाद पेट्रोल पंप वालों के पास भी सौ की नोट की किल्लत होने लगी। ऐसे में पेट्रोल पंप वाले कह रहे थे कि या तो पूरे पांच सौ का पेट्रोल डलवाइए या फिर खुद फुटकर लेकर आइए।
एटीएम के सामने उमड़ी भीड़
इस बीच शहर में अलग-अलग जगहों पर एटीएम के सामने भीड़ उमड़ी रही। लोग अपने दोस्तों और सगे-संबंधियों को भी बुलाते रहे कि आ जाइए यहां, सौ रुपए की नोट निकल रही है। स्थिति यह थी कि लोग एक बार में मैक्सिमम चार सौ रुपए ही निकाल पा रहे थे। इस चक्कर में मैक्सिमम ट्रांजैक्शन लिमिट को भी लोग भूल जा रहे थे।