- मौसम के बदलते ही जिला अस्पताल में अचानक से बढ़ गए मरीज

- ओपीडी में जरूरी मरीजों के अलावा दुकानदारों की बढ़ गई भीड़

GORAKHPUR:

सरमेरे दुकान खोलने का टाइम हो गया है। मुझे बुखार है। मेरा कोरोना का जांच कर दीजिए। यह रिक्वेस्ट एक दुकानदार ने जिला अस्पताल में डॉक्टर से लगाई। दरअसल, मौसम खराब होने से सर्दी, जुखाम, बुखार और बदन दर्द से परेशान लोगों को कोरोना संक्रमित होने का भी डर मन में घर कर गया है। जिससे चलते वे बड़ी संख्या में जांच के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर भी इन लोगों को सिटी में लगाए गए कैंप में भेज रहे हैं। जबकि सिर्फ गंभीर मरीज, आपरेशन वाले मरीज, नौकरी पेशेवर, यात्रा करने वालों को जो जरूरी हैं सिर्फ उन्हीं लोगों की कोविड जांच किए जा रहे हैं।

18 सितंबर से लगातार हो रही भीड़

इधर कुछ दिनों से जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों के तादाद बढ़ गए हैं, कोई ऐसा दिन नहीं है जिस दिन एक हजार से अधिक मरीज न देखे जा रहे हो। 18 सितंबर से मरीजों के ऐसे तादाद बढ़े हैं कि डॉक्टर को लंच तक करने की फूर्सत नहीं मिल रही है। न्यू ओपीडी में बैठे डॉक्टर राजेश कुमार बताते हैं कि इधर कुछ दिनों से अचानक से मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है। जब से जिला प्रशासन का आदेश आया है कि सिटी के दुकानदार कोरोना जांच सíटफिकेट जब तक दुकान पर नहीं लगा लेते तब तक दुकान नहीं खोल सकते हैं। तब से कोरोना जांच के लिए दुकानदारों की भरमार लग गई है। लेकिन ऐसे दुकानदारों को जांच के लिए कैंप भेज दिया जाता है।

डर से करा रहे कोविड की जांच

वहीं सीनियर फिजिशियन डॉ। बीके सुमन बताते हैं कि सर्दी, जुखाम, बुखार, बदन दर्द वाले मरीज भी डर से कोविड की जांच कराना चाहते हैं। ऐसे लोगों को कोरोना जांच के लिए कैंप में भेज दिया जाता है। इसी प्रकार डॉ। प्रशांत बताते हैं कि मरीजों के तादाद बढ़ गई है।

फैक्ट फीगर

डेट्स मरीजों की संख्या

18 सितंबर 1013

19 सितंबर 990

20 सितंबर संडे

21 सितंबर 1430

22 सितंबर 1382

23 सितंबर 784

वर्जन

ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जो सामान्य बीमार है, उन्हें दवा दे दिया जाता है। जांच के लिए जिद करने वाले पेशेंट्स को कोरोना कैंप भेज दिया जाता है। जरूरी पेशेंट्स की कोरोना जांच कराई जाती है।

डॉ। एसके श्रीवास्तव, एसआईसी जिला अस्पताल