- जल्द आरटीओ शुरू कर रहा मोबाइल राडार वैन, होगा ऑटो चालान

-राडार के जरिये सड़कों पर चलने वाली गाडि़यों की पता लग जाएगी स्पीड

- राडार के साथ अन्य कई सुविधाओं से लैश रहेगी वैन, ई-चालान से होगी कार्रवाई

GORAKHPUR: अगर आप सड़कों पर गाडि़यों से फर्टारा भरने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाए। क्योंकि अब ऐसे लोगों का सड़कों पर फर्राटा भर पाना संभव नहीं होगा। जल्द अब आपकी गाडि़यों की स्पीड आरटीओ के रडार पर होगी। इसके लिए मोबाइल रडार वैन तैनात की जाएगी। मुख्यालय की ओर से छह मोबाइल रडार वैन आ गए हैं। जल्द इसे गोरखपुर सहित अन्य जोन्स को सौंप दिए जाएंगे।

वैन के दायरे में आते ही पता लग जाएगी स्पीड

मोबाइल वैन की खासियत यह है कि इसकी जद में आते ही आपकी गाड़ी की स्पीड रडार पर आ जाएगी। मानक से अधिक स्पीड मिलते ही वैन में लगा सेंसर आपकी गाड़ी का नंबर भी ट्रेस कर लेगा और आपका चालान सीधा आपके घर पहुंच जाएगा।

संभव नहीं होगा किसी का बच पाना

इतना ही नहीं आरटीओ में ई-चालान की व्यवस्था भी शुरू हो गई है। ऐसे में सड़कों पर गाडि़यों से फर्राटा भरने या किसी भी तरह के ट्रैफिक नियम उल्लंघन करने वालों का अब बच पाना संभव नहीं है। रडार पर आपकी कमियां मिलते ही इस मोबाइल वैन के जरिए आपकी गाड़ी का ई-चालान हो जाएगा। आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक, इससे सड़क सुरक्षा पर तो नजर रखी ही जाएगी, साथ ही ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले खुद ब खुद पकड़े जाएंगे।

ऑटोमैटिक चेक होगा प्रदूषण

इसके अलावा इस मोबाइल वैन के साथ प्रदूषण वाहन की भी व्यवस्था की गई है। इससे गाड़ी में लगे सेंसर सड़कों पर चलने वाली गाडि़यों का ऑटोमैटिक प्रदूषण जांच कर लेगी। ऐसे में अगर किसी गाड़ी का प्रदूषण ठीक नहीं है तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा। तत्काल ऐसी गाडि़यों पर ई-चालान के जरिए कार्रवाई हो जाएगी और जुर्माना देना होगा।

ब्रेथ एनालाइजर भी होगा

इन सब के साथ मोबाइल रडार वैन शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर भी पूरी नजर रखेगी। ऐसे में अगर आप शराब पीकर ड्राइविंग कर रहे हैं तो वैन में लगा ब्रेथ एनालाइजर तत्काल उसे पकड़ लेगा। दरअसल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को देखकर शासन की ओर से इस मोबाइल रडार वैन के जरिए हादसों पर अंकुश लगाने की तैयारी की जा रही है। जल्द यह वैन सड़कों पर आपकी निगरानी करने लगेंगी।

नहीं चलेगी सिफारिश

आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक, चेकिंग के दौरान कई बार अनियमित रूप से ड्राइविंग करते पकड़े जाने पर लोग सिफारिशें लगाने लगते हैं, लेकिन अब इस तरह की कोई गुंजाइश नहीं रहेगी। कई बार शराब पीकर पकड़े जाने पर भी लोग इससे इंकार कर देते थे। ऐसे में चेकिंग टीम के पास ब्रेथ एनालाइजर मशीन नहीं होने से इस पर कार्रवाई नहीं हो पाती थी।

वर्जन

समय के साथ आरटीओ डिपार्टमेंट भी पूरी तरह बदल गया है। अब मोबाइल रडार वैन के जरिए ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले और गाडि़यों से फर्राटा भरने वालों पर नजर रखी जाएगी। मुख्यालय 6 वैन आ चुकी है। जल्द गोरखपुर जोन को एक वैन मिल जाएगी।

एम अंसारी, आरटीओ