- रोडवेज की ओर से 100 स्पेशल बसें चलाने के बाद भी भैया दूज पर हुई दिक्कत

- पैसेंजर्स को घंटों करना पड़ा इंतजार, सीट के लिए भी हुई मारामारी

GORAKHPUR: रोडवेज की ओर से दिवाली से लेकर भैया दूज और छठ पूजा तक 100 से अधिक स्पेशल बसें चलाने का दावा फुस्स साबित हुआ है। मंगलवार को भैया दूज के दिन रोडवेज बसें नहीं मिलने से बहनें अपने भाईयों के पास समय से नहीं पहुंच सकीं। इस दौरान पैसेंजर्स को बसों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। इसके बाद जो बसें मिली भीं उनमें भीड़ की वजह से लोगों को सीट नहीं मिली। इस वजह से जिन महिलाओं ने अपने भाईयों से मिलकर उसी दिन वापस लौटने का प्रोग्राम बनाया था उन्हें अन्य प्राइवेट साधनों का सहारा लेना पड़ा।

इन रूट्स पर हुई दिक्कत

इस दौरान सबसे ज्यादा दिक्कत महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, बढ़नी और देवरिया-सलेमपुर के पैसेंजर्स को हुई। इन रूट्स की बसें सुबह से ही नहीं मिल रही थीं। इस वजह से पैसेंजर्स को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दोपहर 12 बजे के बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो गई, लेकिन तब तक इनमें से अधिकांश पैसेंजर्स अन्य प्राइवेट साधनों से जा चुके थे।

प्राइवेट की रही चांदी

रोडवेज की इस चूक से प्राइवेट बसों व टैक्सियों की त्योहार के दिन चांदी हो गई। इससे पहले त्योहार में जहां रोडवेज की अर्निग बढ़कर दोगुनी हो जाती थी, वहीं इस बार बसों की कमी के चलते उसकी आय को काफी नुकसान हुआ है।

कॉलिंग

बस के लिए हम लोग दो घंटे से इंतजार कर रहे हैं। इंक्वॉयरी पर पूछने पर भी कंफर्म नहीं बताया जा रहा कि बस कब तक मिलेगी। अब तो प्राइवेट बस से ही जाना पड़ेगा।

- शालू, पैसेंजर

एक तो जल्दी बस नहीं मिल रही है और जो मिल भी रही है उसमें भीड़ के चलते सीट की मारामारी है। ऐसे में छोटे बच्चों को लेकर कोई कैसे जाएगा। थोड़ी देर और इंतजार करूंगी, नहीं तो फिर टैक्सी से ही जाना पड़ेगा।

- मधु, पैसेंजर

वर्जन

पैसेंजर्स की अधिक भीड़ की वजह से छोटे रूट की बसों में कुछ देर के लिए दिक्कत हुई होगी। लेकिन दोपहर तक स्थिति बिलकुल सामान्य हो गई थी। त्योहार में छोटे रूट की बसों के फेरे भी बढ़ा दिए गए हैं।

- एसके राय, आरएम, रोडवेज