गोरखपुर (ब्यूरो)। ये सभी केस ये बता रहे हैं कि जून, जुलाई में पुलिस की पैरवी से अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में सफलता मिली। इल दिनों गोरखपुर पुलिस केवल केस दर्ज कर अपना कोरम पूरा नहीं कर रही है, बल्कि अपराधियों को सजा दिलाने के लिए सख्त पैरवी करने के साथ ही पुख्ता सबूत भी पेश कर रही है, जिससे अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच रहे हैं। इससे जहां पुलिस का मनोबल बढ़ रहा है, वहीं पुलिस पर लोगों का भरोसा भी बढ़ रहा है।
केस 1
एक जुलाई को अपनी प्रेमिका को चाकू मारकर हत्या करने वाले अभियुक्त को पुलिस ने ऑपरेशन शिकंजा के तहत सजा दिलवाई। साल 2018 में कैंट एरिया के युवक ने अपनी प्रेमिका की चाकू से निर्मम हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने लगातार पैरवी की और एक जुलाई को कोर्ट ने अभियुक्त सुधीर चौहान को आजीवन कारावास और 50 हजार अर्थदंड की सजा सुनाई।
केस 2
साल 2011 में थाना गुलरिहा इलाके में हत्या के प्रयास करने वाले अभियुक्त नीरज के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट में लगातार पैरवी की। जिसका नतीजा ये निकला कि 30 जून को हत्या के प्रयास के आरोपी नीरज कुमार को दस साल की सजा और 40 हजार का अर्थदंड जमा करने का कोर्ट ने आदेश जारी किया।
केस 3
साल 2011 में थाना हरपुर बुदहट में हत्या के मामले में पुलिस ने पैरवी तेजी की। जिसका नतीजा ये निकला कि हत्या के आरोपी बनाए गए संजय सिंह और अनिल सिंह को 30 जून को कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। साथ ही 30 हजार का अर्थदंड भी लगाया।
केस 4
गैंगेस्टर एक्ट के अभियोग में कैंट पुलिस ने ठीक से पैरवी की। जिसका नतीजा ये निकला कि अभियुक्त विवेक को कोर्ट ने 3 साल 5 माह की सजा सुनाई।
कोर्ट चक्कर काटकर घिस जाती है चप्पल
ये कहा जाता है कि कोर्ट में न्याय के लिए दौड़ते-दौड़ते चप्पल घिस जाती है। ऐसे में पीडि़तों को मनोबल भी टूट जाता है। पीडि़तों के मनोबल को बढ़ाने के लिए ऑपरेशन शिंकजा चलाया जा रहा है। इससे पीडि़तों को बल और त्वरित न्याय दिलाने के लिए काम हो रहा है।
गोरखपुर के चल रहे पुलिस के अभियान
1. ऑपरेशन शिंकजा
2. ऑपरेशन मुस्कान
3. ऑपरेशन पाताल
4. मिशन शक्ति अभियान
5. परिवार परामर्श केन्द्र से परिवार को जोडऩे का अभियान
6. स्वच्छता अभियान
5. अपराधियों के धरपकड़ का अभियान