- किडनैप प्रॉपर्टी डीलर की तलाश में नाकाम पुलिस बोली, मेरे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है
GORAKHPUR: जिले में किडनैपिंग का शिकार हुए लोगों की तलाश में नाकाम पुलिस का तर्क सुनकर आप दंग रह जाएंगे। जी नहीं, पुलिस को लापता का सुराग लगाने के लिए जीप, ट्रैकर या किसी और संसाधन की जरूरत नहीं है, वह तो जादू की छड़ी चाहती है। जिसे घुमाते ही लापता व्यक्ति पुलिस के सामने आ जाए और उसे उसकी तलाश के लिए खुद कुछ न करना पड़े। किडनैप या लापता हुए लोगों के परिजनों के पुलिस से गुहार लगाने पर पुलिस आजकल उनसे ऐसा ही कुछ कह रही है। इसी बात को लेकर सोमवार को खोराबार एरिया के कजाकपुर निवासी प्रधान के भतीजे और प्रॉपर्टी डीलर संजय यादव के परिजनों ने कमिश्नर ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया। परिजनों का कहना है कि केस दर्ज होने के एक माह बाद भी पुलिस संजय को नहीं ढूंढ पाई है।
केस एक:
दबाव में नहीं की पूछताछ
खोराबार एरिया के कजाकपुर निवासी मेवालाल की पत्नी गीता प्रधान हैं। उनका भतीजे संजय यादव का प्रॉपर्टी का कारोबार है। 24 अक्टूबर को वह अपने गांव के वसीम के साथ बाघागाड़ा, ऊंचगांव में भूमि देखने गए। वहां से दोनों को कचहरी में एग्रीमेंट के लिए जाना था। दोपहर साढ़े 12 बजे संजय के छोटे भाई ने उन्हें फोन किया तो मोबाइल स्वीच ऑफ बताने लगा। दोपहर तीन बजे के बाद संजय की कार कुशीनगर जिले के हाटा कोतवाली एरिया में लावारिस हाल में मिली। 27 अक्टूबर 16 को संजय के भाई दीपक की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। संजय की तलाश में लगे परिजनों ने उसकी गाड़ी का सीसीटीवी फुटेज भी निकाल लिया। गांव के कुछ लोगों पर संजय के अपहरण का शक जताया। एक सपा नेता के दबाव में पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ नहीं की। इसलिए इस मामले में पुलिस को लीड नहीं मिल सकी। कार्रवाई के लिए परिजनों ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान एक अफसर ने जादू की छड़ी न होने की बात कहकर परिजनों को लौटा दिया।
केस : दो
चार साल बाद खुली अभिषेक की फाइल
गोरखनाथ निवासी अभिषेक दुबे वाल्टरगंज चीनी मिल में कर्मचारी थे। 26 मार्च 2012 को वह ड्यूटी पर गए। रोजाना की तरह देर शाम तक उनके घर न लौटने पर मां को चिंता हुई। परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की तो कुछ पता नहीं चला। 30 मार्च को परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने अभिषेक के अपहरण की आशंका जताई। अभिषेक की मां शांति देवी ने बहू, उसके भाई और बहू के परिचित युवक पर बेटे को गायब करने का आरोप लगाया। पुलिस ने अभिषेक की पत्नी के भाई को अरेस्ट कर लिया। अभिषेक की पत्नी और उसके परिचित युवक कोर्ट में सरेंडर करके जेल चले गए लेकिन अभिषेक के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी। चार्जशीट दाखिल करके पुलिस ने अपनी कार्रवाई पूरी कर ली। बेटे की तलाश पूरी न होने से परेशान मां ने हाईकोर्ट में वाद दाखिल किया। हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस दोबारा अभिषेक की तलाश में जुटी है।
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