- गोरखपुर पुलिस ने केस पलटने के लिए सीआरपीएफ जवान से वसूले रुपए

-एक माह पूर्व छोटे भाई को बाइक चोरी में उठाया था, छोड़ने के बदले मांग रहे थे डेढ़ लाख

- जवान ने वीडियो बनाकर खोल दी पुलिस की पोल

GORAKHPUR:

कहावत है कि डायन भी सात घर छोड़कर खाती है, लेकिन यह गोरखपुर पुलिस है। यह अपने गुइयां यानी अपने साथियों-सोहबतियों को भी नहीं बख्शती। ऐसा ही मामला सहजनवां में सामने आया है। यहां एक केस पलटने के लिए पुलिस ने सीआरपीएफ जवान से ही घूस खा लिया।

मामला यूं है कि एक माह पूर्व पुलिस ने सीआरपीएफ जवान के छोटे भाई को बाइक चोरी के मामले में अरेस्ट किया था। इसके बाद उसे छोड़ने के लिए घर वालों से डेढ़ लाख रुपये की डिमांड कर रहे थे। साथ ही पैसा न देने पर गंभीर धाराओं में जेल भेजने की बात भी की। परेशान परिवार के लोग पैसे का इंतजाम कर एक लाख रुपये दिए। इसके बावजूद भी पुलिस उन्हें परेशान कर रही थी। तब हारकर सीआरपीएफ जवान ने पुलिस का पैसे लेते हुए वीडियो बनाया और सोमवार को उच्चाधिकारियों से शिकायत कर दी।

कर दिया एक्सपोज

सहजनवां के गहासाड़ के रहने वाले हनुमान सिंह सीआरपीएफ में छत्तीसगढ़ बीजापुर में तैनात हैं। सोमवार को उन्होंने पुलिस की कारगुजारी को वीडियो के जरिए एक्सपोज करते हुए घूस लेने का आरोप लगाया है। हनुमान ने बताया कि एक माह पूर्व छोटे भाई महेश सिंह को पुलिस ने एक बाइक चोरी में अरेस्ट किया था। जबकि वह इस घटना में शामिल भी नहीं था। बाद में बाइक चोरी करने वाला युवक पकड़ भी लिया गया। लेकिन पुलिस परिवार वालों ने डेढ़ लाख रुपये की डिमांड कर रही थी। घरवालों से जब मामले की जानकारी सीआरपीएफ जवान को मिली तो वह परेशान हो उठा। बाद में उसने किसी तरह से पैसे इकट्ठे करके भेजे। इसके बाद पुलिस वालों ने भाई को तो छोड़ दिया, लेकिन परेशान करना नहीं बंद किया। हनुमान ने बताया कि जब इसकी जानकारी हुई उस वक्त छत्तीसगढ़ नक्सलाइट एरिया में ड्यूटी थी। मैं चाह कर भी घर नहीं आ पा रहा था। छुट्टी पर आने के बाद मामले की जानकारी हुई।

निर्दोष था फिर भी किया परेशान

इस बारे में महेश सिंह ने बताया कि मैं कभी भी इस तरह के कार्य में शामिल नहीं रहा। मैं पुलिस वालों से बार-बार कह रहा था कि साहब मैं निर्दोष हूं लेकिन वे पैसे की डिमांड कर रहे थे। उनका कहना था कि जब तक पैसा नहीं मिलेगा, छूट नहीं पाओगे। पांच दिन तक थाने में बिठाए रखा था।

आईजी को किया वॉट्सअप

सीआरपीएफ जवान ने पुलिस की ओर से घुस लेने की जानकारी आईजी को वाट्सप मैसेज के जरिए दिया। जिस समय वह आईजी के पास पहुंचा वे किसी कार्य से बाहर निकले थे। जवान ने आईजी को विस्तार से पूरा प्रकरण बताया और न्याय की गुहार लगाई।

वीडियो बनाया, सिपाहियों पर गाज

इस मामले में काफी मिन्नतें करने के बाद भी जब सीआरपीएफ जवान की पुलिस ने नहीं सुनी तो उसने सिपाहियों का पैसे लेते हुए वीडियो बना लिया। बाद में इस वीडियो को मीडिया और अन्य पुलिस के अधिकारियों के वॉट्सअप पर भेज दिया। शाम होते-होते सहजनवां थाने पर तैनात पुलिस कर्मी शिवजी यादव व रण विजय सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। एसपी सिटी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल कार्रवाई की और मामले में जांच बिठा दी।