सीसीटीएनएस योजना के तहत थानों को किया गया लाइव
डीजीपी मुख्यालय से नजर रखने के दावे कर रही पुलिस
GORAKHPUR: जिले के सभी थानों की निगरानी मुख्यालय से हो सकेगी। अपने दफ्तर में बैठे पुलिस अधिकारी किसी थाना का लाइव देख सकेंगे। पुलिस की क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम से जिले के सभी थानों को जोड़ दिया गया है। थानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए अफसर सीधे थानों की निगरानी कर सकेंगे। डीजीपी से लेकर जिले के एसएसपी तक के कंप्यूटर को थाने से जोड़ने की सूचना से हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि थानों पर सीधे नजर रखने से मनमानी पर लगाम कस सकेगा।
दो साल से चल रही प्रक्रिया
जिले में सीसीटीएनएस योजना की शुरुआत दो साल पहले हुई। इसके तहत नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो, प्रदेश पुलिस, जिला, थानों और पुलिस आफिस को एक नेटवर्क पर आनलाइन जोड़ा गया है। तीन दिन पहले जिले के 24 थानों और अधिकारियों के दफ्तरों के बीच नेटवर्किंग शुरू हो गई। महिला थाना और सहजनवां के अलावा अन्य थानों पर अधिकारी नजर रखने लगे हैं। गुरुवार को एसएसपी ने अपने दफ्तर में बैठकर कैंट, गोरखनाथ और कोतवाली थाना का हाल देखा।
डीजीपी भी रख सकेंगे नजर
सीसीटीएनएस योजना में हर थाना पर दो कैमरे लगाए गए हैं। एक थाना परिसर में गेट को फोकस करते हुए इंस्टाल किया गया है तो दूसरे के दफ्तर में निगरानी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि दफ्तरों के अंदर लोगों से दुर्व्यहार करने, पीडि़त से रुपए मांगने सहित कई शिकायतों को देखते हुए इसका प्रयोग किया जा रहा है। कार्यालय में लगे कैमरे से मुंशी, दीवान सहित अन्य की गतिविधियां नजर आएंगी। इतना ही नहीं, थानों की तरह से सभी सर्किल के सीओ, एएसपी, डीआईजी और आईजी आफिस को सीसीटीवी कैमरों से जोड़ दिया गया है। इसलिए लखनऊ तक से सबकी निगहबानी हो सकेगी।
सबूत न मिटा पाएगी थानों की पुलिस
अपनी करतूतों को छिपाने के लिए थानों की पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज नहीं मिटा पाएगी। थानों में लगे कैमरों की फुटेज को कोई भी अधिकारी अपने दफ्तर से निकाल सकेंगे। इतना ही नहीं, फुटेज के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। थानों में होने वाले किसी भी बवाल, पीडि़तों के साथ दुर्व्यवहार, किसी आरोपी के साथ मारपीट सहित कई अन्य आरोपों की जांच में अधिकारियों को सहूलियत मिलेगी। इसके अलावा पुलिस कर्मचारियों के कार्य-व्यवहार को देखा जा सकेगा।
वर्जन
जिले के 24 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। इससे थानों के कामकाज को पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी। पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ आने वाली शिकायतों की जांच में सहूलियत होगी।
रामलाल वर्मा, एसएसपी