-जटाशंकर चौराहे पर कैशियर से हुई थी मुलाकात
-पुलिस के साथ मिलकर रिस्क मैनेजर करा रहा तलाश
GORAKHPUR: खोराबार एरिया के भैसहा गांव के पास फोरलेन पर कैश मैनेजमेंट कंपनी की रकम लूटने का पर्दाफाश गुरुवार को हुआ। तीन दिनों के कलेक्शन का 98 लाख 79 हजार 503 रुपए हड़पने के लिए तीन कर्मचारियों ने लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी थी। लूट की रकम रखने वाले सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने 31 लाख तीन हजार 175 रुपए और एक बाइक को बरामद किया है। एसएसपी रामलाल वर्मा ने बताया कि वारदात में शामिल तीन अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही है। लूट के 67 लाख 76 हजार 578 रुपए और गार्ड की बंदूक भी फरार बदमाशों के कब्जे में है। गुडवर्क से पुलिस टीम का मान बढ़ाने वाली क्राइम ब्रांच की टीम को एसएसपी ने पांच हजार रुपए का पुरस्कार देकर सम्मानित किया। हालांकि इस वारदात का मुख्य सूत्रधार शाहपुर के प्रापर्टी डीलर रत्नेश मिश्रा पर हमले का आरोपी छोटू चौबे है, जिसे पुलिस पहले से ही तलाश रही है।
कैश कलेक्शन के हिसाब से बनाया प्लान
मंगलवार को एक प्राइवेट फर्म का कैश कलेक्ट करने निकले कंपनी के कैशियर अजय कुमार ने लूट की सूचना पुलिस को दी। बताया कि वह गनमैन धनंजय और कैश वैन चालक संतोष शुक्ला के साथ सोनबरसा बाजार से गीडा लौट रहा था। फोरलेन पर भैंसहा गांव के पास फोर व्हीलर सवार बदमाशों ने नकदी, मोबाइल और गार्ड का बंदूक लूट लिया। इस सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने कैशियर की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज करकार्रवाई शुरू कर दी। कर्मचारियों के अलग-अलग बयानों से पुलिस का शक सही निकला। रातभर की पूछताछ के बाद पुलिस ने धर्मशाला बाजार में रहने वाले बड़हलगंज के बुढ़नपुरा निवासी रमन चंद पांडेय उर्फ प्रिंस पांडेय को अरेस्ट कर दो लाख रुपए बरामद कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि होली के पहले कैशियर अजय प्रजापति, ड्राइवर संतोष शुक्ला और गनमैन धनजंय सिंह ने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर लूट की योजना गढ़ी थी। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो दो हिस्सों में बंटी नकदी का 31 लाख तीन हजार 175 हजार रुपए बरामद हो गया। गिरफ्तार किए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि गार्ड की बंदूक और शेष नकदी फरार लोगों के पास है।
प्रापर्टी डीलर के हमले में फरार है मुख्य आरोपी
आनन-फानन में पुलिस ने भले कुछ नकदी बरामद कर ली। लेकिन वारदात के असली सूत्रधार तक पहुंचना इतना आसान नहीं रहा। क्योंकि कंपनी की रकम लूटने की साजिश बलिया जिले के सिकंदपुर एरिया के चेतवा निवासी छोटू चौबे ने रची थी। शाहपुर एरिया के बहुचर्चित प्रापर्टी डीलर रत्नेश मिश्रा पर गोली बरसाने के मामले में छोटू चौबे की पुलिस तलाश कर रही है। बताया जाता है कि कैशियर अजय प्रजापति के साथ छोटू चौबे की अच्छी जान पहचान है। कंपनी में काम करने के पहले अजय प्रजापति जटाशंकर चौराहे पर उठता-बैठता था। उसी समय उसकी दोस्ती छोटू चौबे से हो गई। छोटू ने अन्य सभी को लखपति बनने का सब्जबाग दिखाया। शातिर अंदाज से नकदी लेकर बलिया की ओर चला गया। उसका नाम सामने आने के बाद से पुलिस की परेशानी बढ़ गई है। यह भी सामने आया है कि कंपनी के रिस्क मैनेजर प्रशांत से भी छोटू की खूब छनती थी। कुछ दिनों पहले प्रशांत ने एक प्राइवेट कार्बाइन हाथ में लेकर फोटो खिचवाई थी। जिसे उसने सोशल मीडिया पर भी वायरल किया था।
कैशियर की पत्नी ने खोले राज
पुलिस की जांच में सामने आया है कि कंपनी में काम करने वाले कई कर्मचारियों की आपराधिक सांठगांठ है। लूट के वारदात के खुलासे के लिए मंगलवार को रातभर पुलिस पूछताछ करती रही। लेकिन कैशियर हर बार झूठ बोलकर पुलिस को गुमराह करता रहा। कैशियर के परिजनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कैशियर अजय प्रजापति से पूछताछ के दौरान उसकी पत्नी से पुलिस से सख्ती बरती तो पति की हालत देखकर वह टूट गई। उसने बताया कि मायके में नकदी रखी है। यह राज भी खोल दिया कि धर्मशाला में रहने वाले रमनचंद पांडेय के पास भी लूट का पैसा रखा गया है। यह भी सामने आया कि वारदात के बाद पिपराइच के रमवापुर गांव में नकदी का बंटवारा किया गया था।
कंट्रोल रूम में सिपाही हैं अजय के पिता
एसएसपी ने बताया कि कैशियर अजय प्रजापति के पिता मदन लाल गोरखपुर पुलिस के कंट्रोल रूम में तैनात हैं। धनंजय सिंह के पिता वर्ष 1996 में पुलिस विभाग से रिटायर हुए थे। अभियुक्तों की तलाश में लगी पुलिस ने एक दीवान के बेटे सहित चार अन्य लोगों को भी हिरासत में ि1लया है।
इनको पुलिस ने किया अरेस्ट
- अजय प्रजापति पुत्र मदन लाल, कुटिया, विजयीपुर, गोपालगंज बिहार। वर्तमान पता धर्मशाला बाजार थाना गोरखनाथ।
- धनंजय सिंह पुत्र भानु प्रताप, कनईल, बांसगांव। वर्तमान पता स्तमपुर, राजीवनगर में किराए पर रह रहा था।
- संतोष कुमार शुक्ला पुत्र गनेश प्रसाद, हथिया परास, डूमरी, खोराबार।
- रमन चंद पांडेय उर्फ प्रिंस पांडेय, बुढ़नपुरा, बड़हलगंज। वर्तमान पता- धर्मशाला बाजार गोरखनाथ।
पहले से बदनाम रहा है विजयीपुर
वारदात में शामिल कैशियर अजय प्रजापति जिस गांव का रहने वाला है। अपराध जगत में वह पहले से बदनाम रहा है। अजय के नाम-पते की पुष्टि होने पर पुलिस को साजिश की भनक लग गई थी। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि विजयीपुर में कई ऐसे शातिर हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। गोरखपुर के एक प्रमुख व्यापारी का अपहरण कर इस गांव के बदमाशों ने फिरौती वसूली थी। आजमगढ़ जिले के एक हीरा कारोबारी को इसी क्षेत्र के बदमाशों ने उठाया था। बिहार के एक चर्चित नेता के करीबी बच्चा राय के मर्डर में भी इस गांव के शूटर्स का नाम सामने आ चुका है। देवरिया जिले से करीब आठ किलोमीटर दूरी पर स्थित विजयीपुर क्षेत्र के बदमाशों का गोरखपुर से कनेक्शन मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई है।
वर्जन
कैश कंपनी का पैसा लूटने के मामले में डकैती का मामला दर्ज किया गया था। लेकिन विवेचना में इसकी धाराएं बदल जाएंगी। वारदात के बाद नकदी छिपाने, बदमाशों को शरण देने वालों के खिलाफ साजिश रचने की धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। गुडवर्क करने वाली टीम को पांच हजार रुपए का इनाम दिया गया है।
रामलाल वर्मा, एसएसपी