गोरखपुर (ब्यूरो)। भटहट कस्बे में पटेल इंटर कॉलेज के प्रांगण में दोपहर में 12 की संख्या में छात्र इक_ा हो गए। वहां से हाथ में तिरंगा लिए हुए नारेबाजी करते हुए गोरखपुर महराजगंज फोरलेन पर पहुंच गए। वहां वे लोग पुरानी पेंशन वापस लो, भारत माता की जय, इण्डियन आर्मी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इसके बाद छात्रों ने सड़क जाम कर दी। आधे घंटे जाम के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने छात्रों को मना लिया और जाम खत्म करा दिया।
भोर में निकले एसएसपी
जिले की पुलिस शुक्रवार की अपेक्षा शनिवार को भोर से ही मुस्तैद रही। सुबह 3 बजे से ही पुलिस रेलवे स्टेशनों, छात्रों की तैयारी स्थलों, सड़कों और जरूरी चौराहों पर खड़ी रही। खुद एसएसपी डॉ विपिन ताडा भी भोर में 4 बजे से छात्रों से मिलने निकल पड़े। वे छात्रों से मिलकर ज्ञापन लेने लगे और सरकार तक बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। कैंट इंस्पेक्टर शशिभूषण राय ने रोडवेज और रेलवे स्टेशन का पीएसी के साथ भ्रमण किया। इसी प्रकार सीओ चौरीचौरा अखिलानंद उपाध्याय जीआरपी के साथ चौरीचौरा रेलवे स्टेशन और चौराहे पर मुस्तैद रहे। इसके अलावा शुक्रवार को जहां बवाल हुआ था। वहां पीपीगंज में शनिवार को एसपी नार्थ मनोज अवस्थी भ्रमण करते रहे।
उग्र प्रदर्शन छोड़कर दें ज्ञापन, सरकार तक पहुंचाएंगे बात
एसएसपी के निर्देश पर शनिवार की भोर से उरुवा सहित सभी थानों और चौकियों पर तैनात हल्का सिपाही, हल्का दरोगा भ्रमण करते नजर आए। खासकर उन जगहों पर भी जहां ज्यादातर बच्चे भोर में तैयारी करने और वर्जिश करने आते हैं। पुलिस ने एक रजिस्टर में उनका नाम, पता और नंबर नोट किया। साथ ही उन्हें अग्निपथ योजना के बारे में बताया। इसके अलावा उन्हें बवाल करने पर होने वाली दिक्कतों से अवगत कराया।
अफवाह फैलाकर कराया जा रहा प्रदर्शन
वहीं सामने आया है कि व्हाटसएप ग्रुप और सोशल मीडिया पर आंदोलन, चक्का जाम करने और आत्महत्या करने तक को गलत मैसेज प्रचारित कर आंदोलन को उग्र बनाया जा रहा है। इसी का नतीजा रहा कि शुक्रवार को पीपीगंज और बांसगांव में तोडफ़ोड़ हुई। शनिवार को भी खोराबार के माड़ापार में चक्का जाम की तैयारी थी, लेकिन पुलिस के हाथ वह मैसेज लग गया और वह मुस्तैद हो गई, जिससे उपद्रवी नहीं आए और सब शांत रहा।
अफवाह फैलाने वालों तक पहुंची पुलिस
वहीं, पुलिस की माने तो वह इस तरह की अफवाह फैलाने वालों तक पहुंच गई है। उनकी कुछ और पुष्टि करनी बाकी है, जिसके बाद उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं साइबर सेल सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर बनाए हुए है। इसके अलावा पुलिस पीपीगंज और बांसगांव मामले में कुछ उपद्रवियों की पहचान भी सीसीटीवी फुटेज से कर चुकी है। जल्द ही अज्ञात के जगह पर विवेचना में मुकदमे में उनका नाम लाया जाएगा।
करीब 1050 छात्रों से पुलिस ने किया संपर्क
जिले की पुलिस ने शनिवार भोर से रात तक करीब 1050 छात्रों से संपर्क कर उनका नाम, नंबर और पता नोट कर लिया है, जो सेना भर्ती की तैयारी में जुटे हैं। पुलिस का यह काम आगे भी जारी रहेगा। वहीं पुलिस के सामने बड़ी चुनौती यह थी कि छात्रों के बवाल को रोकने, उन्हें समझाने के लिए उनका कोई एक नेता नहीं था। साथ ही पुलिस के पास कोई आंकड़ा नहीं था कि जिले में कहां कहां के बच्चे तैयारी कर रहे हैं और उनकी संख्या कितनी है।
तैयारी करने वाले युवाओं से मैं खुद और जिले की पुलिस संपर्क कर रही है। उनसे कहा जा रहा है कि आप ज्ञापन दीजिए। लेकिन कानून हाथ में मत लीजिए। कुछ जगहों पर सामने आया है कि कुछ अराजक तत्वों की ओर से अफवाह फैलाकर बवाल कराने की कोशिश की गई। उन्हें चिन्हित किया जा रहा है।
डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी गोरखपुर