- मोहर्रम जुलूस में जानवरों पर लगा प्रतिबंध
- बलिया और बिहार से ऊंट लेकर पहुंचे मालिकान
GORAKHPUR: मोहर्रम के जुलूस में जानवरों के इस्तेमाल पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। कोतवाली एरिया में शुक्रवार को बच्चों को घुमाने निकले ऊंट को पुलिस ने थाने में खड़ा करा दिया। ऊंटों के पकड़े जाने से उनके मालिकान हलकान हो गए। शाम तक जानवरों को छोड़ने की गुहार लगाते रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी तरह के जानवर जुलूस में शामिल नहीं हो सकेंगे।
बिहार और बलिया से आए
मोहर्रम के मेले में शामिल होने के लिए बिहार और बलिया से ऊंट मंगाए गए हैं। करीब 35 ऊंट लेकर पालक गुरुवार को गोरखपुर पहुंचे। शुक्रवार को ऊंट मालिक नथुनी और हदीस बच्चों को बैठाकर घुमा रहे थे। किसी ने इसकी शिकायत कोतवाली पुलिस से कर दी। पुलिस ने दोनों ऊंटों को पकड़कर थाना में खड़ा करा दिया। पुलिस की कार्रवाई से ऊंट मालिक परेशान हो गए। अपने परिचितों की मदद से जानवरों को छुड़ाने की कोशिश शुरू कर दी।
चाकू मारने पर हुआ था बवाल
पुलिस का कहना है कि वर्ष 2015 में मोहर्रम के जुलूस में ऊंट लेकर चलने पर बवाल हो गया था। एक व्यक्ति ने ऊंट को चाकू मार दिया जिससे माहौल खराब हो गया। इस वजह से इस बार जुलूस में जानवरों को लेकर चलने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। हाथी पर पहले से रोक लगी हुई है। उधर ऊंट मालिकों ने कहा कि उन्हें इस प्रतिबंध की जानकारी नहीं थी। इसलिए मेले में ऊंट लेकर कमाने चले आए। एक फेरे का कम से कम पांच रुपया मिल जाता है।