गोरखपुर (ब्यूरो)। मनीष मर्डर से तो गोरखपुर पुलिस की जगहंसाई हो गई। इन दो मामलों से पुलिस की खूब किरकिरी हुई। हालांकि, बड़े बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस
सफल रही।
मनीष मर्डर कांड से पुलिस की हुई खूब किरकिरी
27 सितंबर 2021 को कानपुर के रियल स्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों संग गोरखपुर घूमने आए थे। रामगढ़ताल एरिया स्थित होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में
ठहरे मनीष और उनके हरियाणा के दोस्तों प्रदीप और हरवीर की जांच करने के लिए तत्कालीन इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, एसआई अक्षय कुमार मिश्रा, विजय यादव और राहुल
दुबे, हेड कांस्टेबल कमलेश यादव और कांस्टेबल प्रशांत की टीम पहुंचे। आरोप है कि तभी चेकिंग के दौरान सभी पुलिस कर्मचारियों ने मनीष को पीटकर मार डाला। मनीष की पत्नी
मीनाक्षी ने पति की हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया। इस प्रकरण में सभी पुलिस कर्मचारी फरार हो गए। उनके खिलाफ एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया।
किरकिरी होने के बाद गोरखपुर पुलिस ने सभी को अरेस्ट किया। आरोपित अभी जेल में हैं।
पुलिस वालों ने लूटा सोना और ज्वेलरी, महकमे में मचा हड़कंप
21 जनवरी 21 को गोरखपुर पुलिस ने बस्ती जिले में तैनात पुलिस वालों को अरेस्ट किया। ये पुलिस कर्मचारी महराजगंज और गोरखपुर के ज्वेलरी कारोबारियों से चेकिंग के नाम पर
सोने की लूट करते थे। महराजगंज के दो कारोबारियों को अगवा करके बस्ती में तैनात दरोगा और सिपाहियों नकदी और ज्वेलरी सहित करीब 35 लाख रुपए की लूटपाट की। नौसढ़ में
सीसीटीवी फुटेज मिलने पर पुलिस टीम ने काम शुरू किया। पुलिस ने बस्ती में तैनात सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र यादव सहित छह पुलिस कर्मचारियों को अरेस्ट किया। शाहपुर और कैंट में
हुई लूटपाट की वारदातों का पर्दाफाश हुआ। इस घटना से पुलिस महकमे को काफी बदनामी उठानी पड़ी थी।
डबल मर्डर से दहला था गगहा, आक्रोश देखकर सकते में आ गई पुलिस
31 मार्च 2021 को एक सनसनीखेज वारदात हुई। बाइक सवार तीन बदमाशों ने अधाधुंध गोली बरसाकर इलेक्ट्रानिक्स के दुकानदार शंभू मौर्या उनके एक कर्मचारी संजय पांडेय की
हत्या कर दी। दुकान बंद करके दोनों सामान भीतर रख रहे थे। तभी बदमाश घटना को अंजाम देने पहुंचे। घटना से गुस्साए लोगों ने गोरखपुर वाराणसी हाइवे जाम करके प्रदर्शन
किया। तोडफ़ोड़ से पुलिस हलकान हो उठी। पांच राउंड गोली चलने की दहशत कई दिनों तक बनी रही। तब अधिकारियों ने थानेदार राज प्रकाश सिंह को सस्पेंड करके उनके खिलाफ
जांच शुरू करा दी। सीओ को भी हटना पड़ा। इस घटना के पहले 10 मार्च की रात भाजपा नेता रितेश मौर्या की हत्या दुस्साहसिक तरीके से हुई थी। इस वजह से पब्लिक का गुस्सा
सातवें आसमान पर था। घटना में प्रकाश में आए बदमाशों के खिलाफ एक-एक लाख रुपए का इनाम जारी हुआ। एसटीएफ गोरखपुर यूनिट की मदद से गगहा पुलिस अभियुक्तों को
अरेस्ट कर सकी थी।
लव मैरिज करने वाले सेक्रेट्री के सनसनीखेज मर्डर से हिल उठी पुलिस
24 जुलाई 2021 को गोला एरिया में चाचा के साथ ड्यूटी जा रहे पंचायत सेक्रेटरी अनीश की चौराहे के पास चाकुओं और अन्य धारदार हथियारों से गोदकर हत्या कर दी गई। दो
बाइक से पहुंचे चार बदमाश तब तक हमला करते रहे जब तक अनीश की मौत हो गई। वारदात को देखकर लोगों का कलेजा कांप उठा। अनीश की गलती इतनी थी कि उसने गैर
बिरादरी की युवती संग लव मैरिज कर ली थी। युवती भी उनके साथ पंचायत सचिव थी। इस वारदात के बाद से जातीय संघर्ष की आशंका लेकर पुलिस काफी अलर्ट रही।
होमसाइंस डिपार्टमेंट में छात्रा की मौत, मुल्जिम बनाई गईं एचओडी
31 जुलाई 21 को डीडीयूजीयू के होम साइंस डिपार्टमेंट में बीएससी होम साइंस की स्टूडेंट प्रियंका कुमारी की बॉडी फंदे से झूलती मिली। इस मामले में छात्रा के पिता की तहरीर पर
होम साइंस डिपार्टमेंट की एचओडी, उनके सहयोगियों के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज हुआ। घटना को दबाने और अभियुक्तों को बचाने का आरोप लगाते हुए कई संगठनों के लोग सड़क
पर उतर गए। शहर में कई दिनों तक प्रदर्शन होता रहा। इस मामले में सीन री-क्रिएट करने के लखनऊ की फॉरेसिंक टीम बुलाई गई। करीब दो माह तक यह प्रकरण पुलिस के गले की
हड्डी बना रहा। बाद में पुलिस की जांच में सुसाइड की तरफ केस घूम गया।
पिपराइच के बृजेश विश्वकर्मा मर्डर में केस में कई पर हुआ संदेह
11 जुलाई 21 की रात पिपराइच एरिया निवासी बृजेश कुमार विश्वकर्मा दावत खाने दोस्तों के पास गए थे। दूसरे दिन उनकी बॉडी पिपराइच-पोखरभिंडा रोड पर मिली। मर्डर के लिए
लोगों ने परिजनों को जिम्मेदार ठहराया। बीते शुक्रवार को ही पुलिस ने बाइक लुटेरा गैंग के तीन सदस्यों को अरेस्ट किया। तब पूछताछ में सामने आया कि स्कूटी लूटने का विरोध
करने पर बृजेश का मर्डर किया गया था। पनियरा, बभनौली निवासी सलामत अंसारी उर्फ कल्लू ने अपने गैंग के सात सदस्यों संग मिलकर घटना को अंजाम दिया था।
तंत्र-मंत्र में चढ़ा दी पांच साल के बच्चे की बलि
19 अगस्त 2021 की सुबह पिपराइच के मटिहनिया के पास गन्ने के खेत में पांच साल के बच्चे की बॉडी मिली। उसके बदन के सारे कपड़े गायब थे। कीचड़ में सिर धंसाया गया था।
मासूम की निर्ममता से हुई हत्या ने सबको हिला दिया। प्रकरण की जांच में पुलिस ने तांत्रिक संतोष को अरेस्ट किया। सिद्धि पाने के लिए उसने बच्चे का मर्डर किया था। 18 अगस्त
की रात मां और पिता के साथ छत पर सोए मासूम के अचानक लापता होने को लेकर कई बातें सामने आईं। वशीकरण के लिए बच्चे का अपहरण करके मर्डर किया था।
पुलिस बनकर करते रहे लूटपाट, अवेयर करने में गुजरा वक्त
शहर के कोतवाली और कैंट एरिया में सक्रिय बदमाशों ने पुलिस वाला बनकर लोगों की खूब चपत लगाई। एक दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम देने वाले शातिरों की गिरफ्तारी
पुलिस नहीं कर सकी। अलबत्ता, लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को ऐसी जालसाजी से बचाने का उपाय पुलिस बता रही है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
एनकाउंटर में ढेर हुआ विजय, कई के घुटने छेदे
वर्दी साख बरकरार रखने के लिए पुलिस ने बदमाशों का एनकाउंटर भी किया। 20 अगस्त 21 को गगहा एरिया के भलुआन में पिता की पिटाई का वीडियो बना रही छात्रा को बदमाशों
ने गोली मार दी। इस मामले में उसके मोहल्ले के रहने वाले शातिर बदमाश विजय प्रजापति का नाम सामने आया। घटना को लेकर राजनीति गरमाने पर आरोपित के खिलाफ एक
लाख रुपए का इनाम जारी हुआ। 09 सितंबर की रात पुलिस ने गगहा के सोनबरसा में हुई मुठभेड़ में आरोपित विजय प्रजापति को ढेर कर दिया। 25 जुलाई 21 को खोराबार एरिया
के रामनगर कडज़हां में पुलिस ने गैंगेस्टर धर्मदेव यादव को गोली मारकर उसके पास से डबल बैरल बंदूक बरामद की। पैर में गोली लगने पर वह भाग नहीं पाया। 21 अगस्त की भोर
में पुलिस ने शातिर लुटेरे सिंकदर पर को मुठभेड़ में घायल कर दिया। उसके पास से लूट की डेढ़ लाख रुपए नकदी, तमंचा और कारतूस बरामद हुआ। सिंकदर ने अपने साथियों संग
मिलकर 16 अगस्त की दोपहर में कैश मैनेजमेंट सिस्टम के कर्मचारी नवनीत मिश्रा से पांच लाख 28 हजार रुपए की लूट की थी। जून माह में गुलरिहा पुलिस ने दो लुटेरों को घायल
किया। दोनों ने अपने साथियों संग मिलकर ग्राहक सेवा केंद्र में लूटपाट की थी। एक अन्य मुठभेड़ में रामगढ़ताल एरिया में नौकायन के पास पुलिस ने टॉप 10 में शामिल हिस्ट्रीशीटर
अमित को घायल किया।
ब्लड देकर पुलिस वालों ने बचाई सैकड़ों की जान
कोरोना संक्रमण काल के अतिरिक्त भी पुलिस जनसेवा के कामों में जुटी है। शहर में तैनात युवा पुलिस कर्मचारियों की रक्तवीर टीम लगातार लोगों को ब्लड डोनेट कर रही है।
पब्लिक के साथ पुलिस मित्र बनकर कांस्टेबल, दरोगा और अन्य कर्मचारी मदद कर रहे हैं। किसी भी हॉस्पिटल में ब्लड की जरूरत पडऩे पर युवा पुलिस कर्मचारी संबंधित लोगों को
ब्लड डोनेट करने पहुंच जाते हैं। पुलिस कर्मचारियों के इस काम की खूब सराहना हो रही है।
वर्जन
जिले में हुई घटनाओं में शामिल बदमाशों को अरेस्ट करके जेल भेजा गया। गगहा एरिया में काजल मर्डर कांड के मुख्य आरोपित विजय प्रजापति ने पुलिस पर गोली चलाई, जिससे
जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया था। जो वारदातें पेडिंग रह गई है। उनके पर्दाफाश के लिए टीमें लगी हैं।
डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी गोरखपुर