- सुबह लगा दोपहर को हुआ गायब, रात में हुई कंप्लेन और भोर में फिर से लगा शिलापट्ट
GORAKHPUR: नेताजी सुभाषचंद बोस नगर कॉलोनी में रविवार रात पुलिस सीएम के नाम वाले शिलापट्ट को लेकर परेशान रही। नगरीय सड़क सुधार योजना के तहत बनी सड़क के लोकार्पण के लिए रविवार सुबह लगा सीएम का शिलापट्ट दोपहर में गायब हो गया। इसके बाद शाम में सपा नेता ने इसकी कंप्लेन 100 नंबर पर की, जिसके बाद आनन-फानन में पहुंची पुलिस रातभर शिलापट्ट की तलाश में खाक छानती रही। उसके बाद रात एक बजे शिलापट्ट मिला। फिर सोमवार सुबह को लगा दिया गया।
रोड का शिलापट्ट
लगभग छह माह पहले वार्ड नं 66 नेताजी सुभाषचंद बोस नगर कॉलोनी में 1.42 करोड़ की लागत से नगरीय सड़क सुधार योजना के तहत सड़क बनने का कार्य शुरू हुआ। रोड बन कर तैयार हुई तो रविवार की सुबह 10 बजे ठेकेदार ने नेताजी सुभाषचंद बोस की मूर्ति के पास एक शिलापट्ट लगाया। जिस पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और नगर विकास मंत्री आजम खां का नाम था। दोपहर को ही शिलापट्ट गायब हो गया। रात को स्थानीय सपा नेता संतोष गौड़ वहां से जा रहे थे तो शिलापट्ट गायब देखकर रात लगभग 9 बजे 100 नंबर पर इसकी सूचना दिए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आस-पास के लोगों से पूछताछ शुरू की। कुछ देर बार वहां पार्षद मोहन सिंह भी पहुंच गए तो उन्होंने बताया कि शिलापट्ट नगर निगम के कर्मचारी हटाएं हैं। उस पर नाम गलत था। वहीं संतोष गोड़ ने कहा कि पार्षद का नाम नहीं होने के कारण उन्होंने ही हटाया है। यह योजना प्रदेश सरकार की है तो उस पर प्रदेश के जिम्मेदार का ही नाम होगा। शिलापट्ट तलाश रही पुलिस को रात 1 बजे के करीब शिलापट्ट मिला, उसके बाद लगाने का कार्य शुरू हुआ और लगभग 3.30 बजे शिलापट्ट लगकर तैयार हुआ।
वर्जन
कुछ लोग व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए शिलापट्ट तोड़े थे। यह पूरी योजना प्रदेश सरकार की है। ऐसे में प्रदेश सरकार के जिम्मेदार का नाम था। इसलिए शिलापट्ट तोड़कर हटा दिया गया है।
संतोष गोड़, अध्यक्ष, लोहिया वाहिनी
मुझ पर शिलापट्ट चोरी कराने का आरोप गलत है। यह राजनीतिक बयानबाजी कर रहे हैं। शिलापट्ट पर सीएम के नाम के पहले नहीं बल्कि बाद में छोटे शब्द में माननीय लिखा हुआ था, इसलिए उसको सही कराने के लिए हटाया गया था।
मोहन सिंह, पार्षद, वार्ड नं 66 नेता जी सुभाषचंद बोस नगर