- 20 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में शुरू होगी योजना

- स्पेशल ट्रेनिंग ले रहे सेलेक्टेड पुलिस कर्मचारी

GORAKHPUR: प्रदेश सरकार की बहुप्रतीक्षित योजना यूपी-100 को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। योजना के लिए चुने गए पुलिस कर्मचारियों की ट्रेनिंग लगभग अंतिम चरण में है। पुलिस अफसर अपने अनुभव बांटकर कर्मचारियों को कुशलता का मंत्र दे रहे हैं। शनिवार को एसएसपी रामलाल वर्मा ने भी कर्मचारियों की क्लास ली। पब्लिक से मिलने वाली सूचना को सलीके से हैंडल करने का हुनर सिखाया। एसएसपी ने बताया कि पीडि़त की बात धैर्य से सुनने की जरूरत होती है। कई बार पेशेंश खोने से मामला बिगड़ जाता हैं। इसलिए हर बात को गौर से सुनकर उन पर अमल करें। जिले में साढ़े तीन सौ लोगों की ट्रेनिंग कराइर्1 गई है।

हर थानेदार, दरोगा को दिलाई गइर् ट्रेनिंग

जिले में एक पखवारे से पुलिस कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई जा रही है। इसके तहत पुलिस वालों को कार्य व्यवहार की कुशलता संबंधित टिप्स दिए जा रहे हैं। सॉफ्ट स्किल कोर्स के तहत व्यवहार सुधारने की ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस अधिकारी भी एक-एक दिन क्लास लेकर अपने अनुभव बांट रहे हैं। गोरखपुर में डीजीपी पहले ही क्लास ले चुके हैं। आईजी, डीआईजी, एसएसपी, एसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों ने एक-एक दिन समय दिया। जिले के सभी इंस्पेक्टर, एसओ, दरोगा, पुलिस कार्यालय, अग्निशमन विभाग सहित अन्य जगहों पर तैनात सैकड़ों पुलिस कर्मचारियों को भी अलग से ट्रेनिंग कराई जा रही है।

इन बातों पर दिया जा रहा जोर

- सूचना देने वाले पीडि़त को अपनत्व का बोध कराने की कोशिश

- पब्लिक के साथ दोस्ताना व्यवहार कर उससे बात की जाएगी।

- खासकर महिलाओं और युवतियों से बात करने में पुलिस कर्मचारी विशेष सावधानी बरतेंगे।

- किसी द्वारा गलत सूचना देने पर उसके साथ दु‌र्व्यवहार नहीं किया जाएगा।

- किस व्यक्ति से मिलने पर किस तरह का व्यवहार किया जाएगा। इस संबंध में भी जानकारी दी गइर्

वर्जन

रविवार को कार्यशाला का समापन होगा। ट्रेनिंग में सभी पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। कुल साढ़े तीन सौ लोगों का प्रशिक्षण कराया गया। ट्रेनिंग में जोर दिया गया है कि पुलिस का चेहरा पूरी तरह से बदल सके। पुलिस के कड़क व्यवहार और अपशब्दों वाली भाषा से पब्लिक दूर भागती है। इसलिए यह चेहरा बदलने की कोशिश चल रही है।

डॉ। श्रीप्रकाश द्विवेदी, नोडल अफसर