गोरखपुर (ब्यूरो)।प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टॉप 10 लिस्ट में गोरखपुर कप्तान डॉ। गौरव ग्रोवर भी शमिल हंै। जबकि सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली लिस्ट में सबसे नीचे पायदान पर हापुड़ जिला है। आइए जानते हैं प्रदेश के किस जिले का प्रदर्शन अच्छा और खराब रहा।

मुख्यालय से तैयार हुई 15 दिन की रिपोर्ट

मुख्यालय से यह लिस्ट 1 से 15 जुलाई तक यानी 15 दिन के काम के आधार पर बनाई गई है। आईजीआरएस पर आई शिकायतों का समय से निस्तारण करने वाले पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी की एक अलग टॉप 10 लिस्ट बनाई गई है। इसी तरह जिन जिलों में शिकायतों का निस्तारण तय समय पर नहीं हुआ और उनके जिले में आईजीआरएस पर आई शिकायत डिफाल्टर लिस्ट में चली गई, उनकी एक अलग लिस्ट बनाई गई है।

टॉप-10 जिले

1. हरदोई

2. सीतापुर

3. बहराइच

4. लखनऊ

5. प्रयागराज

6. जौनपुर

7. कानपुर शहर

8. खीरी

9. गोरखपुर

10. उन्नाव

खराब प्रदर्शन वाले जिले

1. वाराणसी

2. चित्रकूट

3. चंदौली

4. महोबा

5. मऊ

6. बागपत

7. श्रावस्ती

8. शामली

9. हाथरस

10. हापुड़

गोरखपुर में हर 15 दिन में होती समीक्षा

गोरखपुर में पहले सीएम जनता दर्शन, एसएसपी कार्यालय, राजपत्रित अधिकारियों और थानों, आईजीआरएस और शासन व उच्चाधिकारियों से प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्र अलग-अलग देखे जाते थे। अब पुलिस ऑफिस से पांचों जगह की मॉनिटरिंग हो रही है। इसके लिए एसएसपी ने पांच प्रकोष्ठ की स्थापना की है। इसके नोडल एसपी ट्रैफिक श्याम देव बनाए गए हैं। प्रार्थना पत्र का निस्तारण तय समय पर हो, इसके लिए हर 15 दिन पर नोडल मीटिंग कर अप्लीकेशन की समीक्षा कर रहे हैं।

72 घंटे में ये मामले हुए निस्तारित

शादी का झांसा देकर किया शोषण

रामगढ़ताल एरिया की एक महिला ने जनता दर्शन में प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें लिखा था कि एक युवक उसे शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा। अब उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इस मामले का 72 घंटे के अंदर निस्तारण हुआ। रामगढ़ताल थाने में 4 जुलाई को मुकदमा लिखा गया और 5 जुलाई को आरोपित को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया। पीडि़ता गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से असंतुष्ट थी।

आईजीआरएस पर केस निस्तारित करने का तय समय

कैटेगरी इतने दिन में करनी है निस्तारित

पीएम के यहां से आई शिकायत 15

सीएम के यहां आई शिकायत 15

घर बैठे की गई शिकायत 30

अधिकारियों के यहां आई शिकायत 30

आईजीआरएस का तय समय पर निस्तारण करने के लिए गोरखपुर में पांच प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। पुलिस ऑफिस से सभी पांचों प्रकोष्ठ में आई शिकायतों की समीक्षा की जाती है। कोई केस पेंडिंग न रह जाए इसके लिए नोडल हर 15 दिन पर मीटिंग करते हैं।

डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी गोरखपुर