क्लू लेस शाहपुर, गुलरिहा और गोरखनाथ की घटनाएं

हत्यारों का सुराग लगाने में नहीं मिल पा रही जानकारी

GORAKHPUR:

जिले के तीन थाना क्षेत्रों में मर्डर की अलग-अलग घटनाएं पुलिस के लिए पहेली बनती जा रही हैं। थानों की पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच तक की टीम जांच कर रही है। लेकिन इन सभी मामलों में पुलिस को सुराग नहीं मिल रहा है। मैन्युअल पुलिसिंग से लेकर इलेक्ट्रानिक सर्विलांस का सहारा लेकर पुलिस इन मामलों की गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रही है। कई दिनों से चल रही पड़ताल में हर दिशा में चलकर पुलिस भटक जा रही है। शाहपुर में महिला हेडमास्टर के मर्डर में जहां पुलिस ने पब्लिक की मदद मांगी है। वहीं, गोरखनाथ और गुलरिहा एरिया में हुई घटनाओं की जांच में नतीजा शून्य रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच चल रही है। जल्द मामले का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

कभी इलेक्ट्रानिक सर्विलांस तो कभी मैन्युअल का सहारा

पुलिस की एक कहावत है कि कातिल कितना भी चालाक हो। कोई न कोई सुराग छोड़ जाता है। लेकिन तीन घटनाओं में कातिलों की चाल से पुलिस मात खा जा रही है। वारदातों की साजिश रचने वालों ने पुलिस को चकमा देने का हर तरीका अपनाया है। इसलिए पुलिस को आसानी से कोई जानकारी नहीं मिल पा रही। घटनाओं की जांच में चार कदम आगे चलकर पुलिस टीम को लीड मिल रही तो आगे जाकर रास्ते बंद हो जा रहे हैं। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस से लेकर मैन्युअल प्रोसेस के जरिए पुलिस उन सभी घटनाओं में शामिल बदमाशों तक पहुंचने की जुगत में है। संदिग्धों से पूछताछ, सर्विलांस के रिकार्ड और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद भी पुलिस को वह जानकारी नहीं मिल पा रही, जिसके सहारे हत्यारोपियों तक पहुंचा जा सके।

केस एक

शातिर शूटरों की चाल, मात खा रही पुलिस

डेट: 20 सितंबर 2020, दोपहर करीब पौने 12 बजे

बाइक सवार दो बदमाशों ने बेटी संग स्कूटी से घर लौट रही महिला पर गोलियां चलाई। बदमाशों की गोली से टीचर निवेदिता उर्फ डेविना मेजर की मौके पर मौत हो गई। हमले में उनकी बेटी घायल हो गई। घटना के बाद छानबीन के लिए पुलिस के सीनियर अफसर मौके पर पहुंचे। क्राइम ब्रांच की टीम और शाहपुर थाना को बदमाशों को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई। प्रापर्टी का विवाद, पर्सनल रिलेशन, रुपए के लेनदेन सहित अन्य बिंदुओं पर पुलिस ने जांच की। 50 से अधिक लोगों से हुई पूछताछ में कभी लूट की कोशिश के लिए गोली मारने तो कभी सुपारी देकर मर्डर कराने की बात सामने आती रही। जितने लोगों से पूछताछ हुई। उतनी तरह की नई जानकारी सामने आती रही। जांच के दौरान अभी तक ऐसा कोई क्लू नहीं मिल पाया है जिसके जरिए शूटर्स तक पहुंचा जा सके।

केस दो

सिर कूंचकर फेंका, नहीं छोड़ा कोई सुराग

डेट: 28 अगस्त 2020, सुबह 07.00 बजे

गोरखनाथ एरिया में रोहिन नदी के बंधे की तरफ नई कॉलोनियां बनी हैं। सुभाष चंद बोस नगर कॉलोनी के कुछ लोग मार्निंग वाक पर निकले थे। उन लोगों ने देखा कि बंधे के नीचे एक युवक की डेड बॉडी पड़ी है। उसका सिर बेरहमी से कूंचा गया था। डेड बॉडी के पास ही खून से सना पत्थर और ब्लू मास्क मिला। 20 साल से अधिक उम्र के युवक के बदन पर सफेद चेकदार शर्ट, जींस पैंट और पैरों में वाटर प्रूफ सैंडल थी। डॉग स्कवायड और फिंगर प्रिंट की टीम संग पुलिस पहुंची। जांच में कोई ऐसा क्लू नहीं मिल पाया, जिससे युवक की पहचान हो सके। युवक के बदन के कपड़ों पर कोई टैग पुलिस को नहीं मिला। कोई ऐसी चीज नहीं मिली, जिससे युवक की पहचान हो सके। एक माह बाद भी पुलिस इस मामले में कोई जानकारी नहीं जुटा सकी। शुरुआती जांच में क्त्राइम ब्रांच की टीम भी इनवाल्व रही।

केस तीन

दंपति को किसने मारा, सवालों में खो गई पुलिस

डेट: 05 अगस्त 2020

गुलरिहा एरिया के ठाकुरपुर नंबर एक में चिलुआताल के पास बाग में रहने वाले कथित पति-पत्नी अमरजीत और रीमा की हत्या करके बदमाश फरार हो गए। रीमा ने जहां तीसरी शादी की थी। वहीं अमरजीत की रीमा से दूसरी शादी थी। गैस एजेंसी पर गाड़ियां चलवाने अमरजीत और रीमा के मर्डर की गुत्थी सुलझाने के पुलिस ने सभी के परिचितों, रिश्तेदारों, मोबाइल पर बात करने वालों की पड़ताल की। लोगों से कई बार पूछताछ भी हुई। लेकिन इस मामले में कोई ऐसा सुराग नहीं मिल सका जिससे मर्डर में शामिल लोगों तक पुलिस पहुंच सके। फिलहाल इस केस भी जांच जारी है।

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