- रेलवे स्टेशन पर एक्टिव रहते गैंग के सदस्य

- गुड़गांव से लौट रहे पैंसेजर को लूटा, शुरू हुई तलाश

GORAKHPUR: 18 मई को गुड़गांव से लौट रहे गोला, नेवास निवासी लालधर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। वहां उनको टेंपो वालों ने घर पहुंचाने का झांसा दिया। टेंपो में पहले से तीन लोग सवार थे। रुपए तय करके वह टेंपो में सवार हो गए। यूनिवर्सिटी के पास टेंपो पहुंचा तभी उसमें से एक युवक ने कहा कि आप की जेब से रुपए की गड्डी गिर गई है। लालधर सोच में पड़ गए। उनके पास तो इतना पैसा ही नहीं था। उन्होंने रुपए उठाने से मना कर दिया। तब तीनों ने उनको पीटना शुरू कर दिया। तमंचा दिखाकर उनके जेब में रखा पर्स निकालकर टेंपो से धकेल दिया। परेशान हाल लालधर ने तत्काल इसकी सूचना कैंट पुलिस को दी। हरकत में आए इंस्पेक्टर रवि राय, चौकी प्रभारी रेलवे कॉलोनी अक्षय मिश्रा, एचसी ओम प्रकाश सिंह, अजीत गौड, मुन्नालाल, धीरज सिंह और अभिषेक राय की टीम ने टेंपो वालों की तलाश शुरू कर दी। शुक्रवार की शाम करीब सात बजे चेकिंग की तो गड्डीबाजी वाले गैंग के चार टप्पेबाज पकड़े गए। उनके पास से एक टेंपो, पर्स, गांजा, तमंचा और कारतूस भी बरामद हुआ।

चार को भेजा जेल, अन्य की तलाश

पकड़े गए टप्पेबाजों की पहचान तिवारीपुर के सूरजकुंड डोमखाना निवासी रवि, राकेश उर्फ मौसा, गोरखनाथ के जटेपुर उत्तरी निवासी रामविलास और राजघाट थानाक्षेत्र के मिर्जापुर निवासी गोलू के रूप में हुई। चारों ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह रेलवे स्टेशन के आसपास सक्रिय होकर पैंसेजर से लूटपाट करने लगे। उनके खिलाफ कोतवाली, कैंट सहित अन्य थानों में पहले से मामले दर्ज हैं। वह अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पैसेंजर्स को शिकार बनाते हैं।

गड्डी में नहीं फंसे तो पीटकर लूटता गैंग

पूछताछ में पकड़े गए शातिरों ने बताया कि उनके गैंग में कई अन्य लोग शामिल हैं। गैंग का संचालन रवि करता है। रेलवे स्टेशन के बाहर टेंपो लगाकर गैंग के सदस्य खड़े रहते हैं। एक-दो मेंबर पैंसेजर बनकर असली यात्रियों को जाल में फंसाते हैं। यात्री को कवर करके उसे मूर्ख बनाने का काम करते हैं। यदि यात्री उनके जाल में नहीं फंसा तो उसे सुनसान जगह पर ले जाकर तमंचा और चाकू के बल पर लूट लेते हैं।

वर्जन

टप्पेबाजों के गैंग के चार सदस्यों को अरेस्ट किया गया। पीडि़त ने उनको पहचाना है। उनके पास से माल भी बरामद हुआ। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।

सुमित शुक्ला, सीओ कैंट