-स्टेशनों पर भीड़ कम करने के लिए रेलवे प्रशासन ने लिया निर्णय

-पैसेंजर्स संकट की स्थिति में कर सकते हैं हेल्पलाइन नंबर 139 पर फोन

GORAKHPUR: रेलवे स्टेशनों पर अब प्लेटफार्म टिकट नहीं मिलेगा। एनई रेलवे प्रशासन ने हेडक्वार्टर गोरखपुर सहित सभी स्टेशनों पर तत्काल प्रभाव से प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री पर अगले आदेश तक फिर से रोक लगा दी है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। प्लेटफॉर्म टिकट न मिलने से कोई भी प्लेटफॉर्म तक नहीं जा सकेगा और इससे संक्रमण की संभावना भी कम रहेगी।

कंफर्म टिकट के पैसेंजर्स को एंट्री

स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता के अनुसार अब सिर्फ कंफर्म रिजर्वेशन टिकट के पैसेंजर्स को ही एंट्री मिलेगी। वेटिंग टिकट वाले यात्री गेट से ही वापस कर दिए जाएंगे। बताया कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए स्टेशनों पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बिना मास्क के पकड़े जाने पर लोगों से 100 से 500 रुपए तक जुर्माना भी वसूला जा रहा है। जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता के अनुसार विभिन्न माध्यमों के जरिए कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। यात्री विशेष परिस्थिति में इंडियन रेल के हेल्पलाइन नंबर 139 पर फोन कर सकते हैं। तत्काल सहायता मिलेगी।

बिक जा रहे थे 350 टिकट

दरअसल, स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन ने प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री शुरू करने के साथ दाम भी बढ़ा दिया था। लखनऊ मंडल के गोरखपुर में 50 सहित विभिन्न श्रेणी के स्टेशनों पर 20, 30 और 50 रुए में प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री हो रही थी। कीमत बढ़ने के बाद भी गोरखपुर में ही रोजाना औसत 350 प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री हो जा रही थी। एक दिन तो करीब 450 प्लेटफार्म टिकट की बिक्री हो गई थी। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर अनावश्यक भीड़ को पूरी तरह नियंत्रित करने के लिए बिक्री पर दोबारा पाबंदी गला दी है।

सभी उम्र के रेलकर्मियों को टीका लगाने की मांग

नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे (एनएफआईआर) ने रेलवे बोर्ड से कोरोना से बचाव के लिए सभी उम्र के रेलकर्मियों को टीका लगाने की मांग की है। फेडरेशन के महामंत्री डा। एम राघवैया ने बोर्ड के अध्यक्ष को पत्र लिखा है। यह जानकारी एनई रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) के प्रवक्ता एके सिंह ने दी। बताया कि अभी सिर्फ 45 वर्ष से अधिक उम्र के रेलकर्मियों को ही टीका लग रहा है।