i sting
-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की पडृताल में सच आया सामने
sunil.trigunayat@inext.co.in
GORAKHPUR: डीजल-पेट्रोल के दाम तो लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन सिटी के पेट्रोल पंप पर सुविधाएं न के बराबर हैं। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के एक रीडर ने कॉल पर इस बात की शिकायत की। रीडर की कॉल का संज्ञान लेते हुए जब दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम ने स्टिंग ऑपरेशन में इसकी हकीकत परखी तो चौंकाने वाला सच सामने आया। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर एक आम कस्टमर बनकर सिटी के चार पेट्रोल पंप पर पहुंचा। पढि़ए यहां कैसा रहा हाल
काली मंदिर पेट्रोल पंप
फर्स्ट एड बॉक्स: रिपोर्टर ने कहा, रास्ते में चोट लग गई है। कोई दवा दे दीजिए। पहले तो कर्मचारी ने कहा कि यहां कहां, दवा मिलेगी? इसके बाद रिपोर्टर ने पूछा, फर्स्ट एड बॉक्स नहीं है क्या? तब कर्मचारी ने फर्स्ट एड बॉक्स निकाला, जिसमें बल्ब रखा हुआ था। दवाएं भी न के बराबर थीं। कर्मचारी ने कहा, दवाएं खत्म हो गई हैं। जल्द ही मंगा लिया जाएगा।
पीने का पानी नहीं: इसके बाद रिपोर्टर ने पीने के पानी के बारे में पूछा। पता चला कि शुद्ध पेयजल के लिए पेट्रोल पंप कर्मचारियों को खुद पास के दुकान पर जाना पड़ता है।
इंदिरा बाल विहार
शौचालय के दरवाजे पर जंग: रिपोर्टर ने कर्मचारियों से पूछा कि शौचालय कहां है। जवाब मिला, सामने ही तो है, दिखाई नहीं देता क्या? रिपोर्टर ने पास जाकर देखा तो शौचालय के दरवाजे जंग से पूरी तरह खराब थे।
ड्रिंकिंग वाटर के पास गंदगी: बगल के छोटे से कमरे में शुद्ध पेयजल के लिए वाटर मशीन लगी थी। चारों तरफ गंदगी का अंबार था। जब सफाई के बारे में पूछा गया तो कर्मचारियों ने जवाब दिया कि सफाईकर्मी अभी नहीं आया है।
फर्स्ट एड बॉक्स पर धूल: फर्स्ट एड बॉक्स के बारे में पूछने पर कर्मचारी पहले टाल-मटोल करता रहा। बहुत दबाव डालने पर उसने उसने फर्स्ट एंड बॉक्स दिखाया। इसके ऊपर फूल की मोटी परत जमा थी। दवाएं तो नहीं थी, बस कॉटन, पट्टी और डिटॉल की एक बॉटल थी। पूछने पर कहा, दवाएं खत्म हो गई हैं।
गोलघर, बलदेव प्लाजा
शौचालय थोड़ी दूर पर है: इसके बाद रिपोर्ट गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचा। यहां पर पब्लिक की सुविधा वाले शौचालय और शुद्ध पेजयल की व्यवस्था पूरी तरह से नदारद थी। कर्मचारी ने बताया शौचालय तो है लेकिन वह कुछ दूरी पर है।
पानी की मशीन खराब: कर्मचारी ने बताया कि बोतल बंद आओ का पानी मंगवाया जाता है। मशीन खराब है।
फर्स्ट एड बॉक्स: फर्स्ट एंड बॉक्स के सवाल पर प्लास्टिक का डिब्बा लाकर रख दिया। जवाब मिला कि इसमें सभी दवाएं रखी जाती हैं। रिपोर्टर ने चोट लगने के बाद लगाया जाने वाल मलहम निकाला तो वह एक्सपायर्ड हो चुका था।
यहां मिला सब ओके
यहां से रिपोर्टर बेतियाहाता स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचा। यहां पर सबकुछ ठीकठाक मिला। शौचालय, शुद्ध पेयजल के लिए आरो मशीन, हवा घर सभी चकाचक मिले। कर्मचारी से जब फर्स्ट एंड बॉक्स के बारे में सवाल किया तो उसने तत्काल बॉक्स को दिखाया। बॉक्स में दवाएं, लोशन, काटन, पट्टी आदि रखी हुई थी। साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था भी दुरुस्त मिली। पीने के पानी की भी व्यवस्था ठीक मिली।
नियम में नौ सुविधाएं मेंडेटरी
-नियम के मुताबिक कस्टमर्स को पेट्रोल पर टोटल नौ सुविधाएं मिलनी चाहिए।
-इनमें फिल्टर पेपर, फ्री रेडिएटर वाटर, लीटर मेजर, टॉयलेट, फर्स्ट एंड बॉक्स, कंप्लेंट बुक, एयर और कोल्ड वाटर की व्यवस्था होनी चाहिए।
-फ्यूल में इन सभी सुविधाओं का टैक्स इंक्लूड होता है, इसलिए इन पर पेट्रोल पंप पर जाने वाली पब्लिक को यह मिलनी चाहिए।
इसलिए है शॉकिंग
-जिन स्पॉट्स का स्टिंग किया गया है यह सभी सिटी के हॉटस्पॉट्स हैं।
-इन सभी जगहों पर सिटी बड़ी संख्या में आबादी पहुंचती है।
-ऐसे में यहां पर बेसिक एमिनिटीज का नदारद होना चिंता की बात है।
वर्जन
पेट्रोल पंपों पर पेयजल, फर्स्ट एंड बॉक्स और हवा की मशीन संचालक के एलवाई में शामिल होता है। जहां तक शौचालय का सवाल है तो कोरोना काल में उसे बंद करने का आदेश मिला था। सिर्फ कस्टमर्स के लिए ही खोला जाता है। इसके बाद सेनेटाइज कराया जाता है। सिटी के अंदर जो पेट्रोल पंप हैं, वहां जगह का अभाव है, इसलिए थोड़ी प्रॉब्लम होती है।
-राजन शाही, अध्यक्ष पेट्रोल एसोसिएशन