गोरखपुर (ब्यूरो)। डॉक्टर्स का कहना है कि अगर कुछ चीजों का ध्यान रखा जाए, तो इस भीषण गर्मी से बचाव करना आसान हो जाएगा।
जिला अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ। बीके सुमन का कहना है कि ऐसे मौसम में कुछ बातों का ध्यान रखते हुए गर्मी से बचाव किया जा सकता है। अगर बहुत जरूरी न हो तो सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक धूप में निकलने से बचें। अगर बाहर निकलना पड़ रहा है तो फुल आस्तीन की शर्ट पहनें। सादा और हल्का भोजन करें, तली-भुनी खाद्य सामाग्री से परहेज करें।
उन्होंने बताया कि गर्मी से बचने के लिए तरह पदार्थ का खूब सेवन करें, सुबह उठने से रात सोने तक 10-12 गिलास पानी पीएं। ऐसे मौसम में नारियल पानी, मौसमी फल और खीरा-ककड़ी फायदेमंद हो सकता है। बच्चों को दिन में एक बार शिकंजी बनाकर जरूर दें, इससे बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होगी।
ब्लड प्रेशर के मरीज शिकंजी से परहेज करें, बच्चे को बंद पैकेट के जूस और कोल्ड ड्रिंक की जगह छाछ दें। धूप से आने के बाद फ्री में रखी खाद्य सामाग्री ना खाएं। मार्केट के फल को कम से कम एक घंटा पानी में रखने के बाद इस्तेमाल करें। तेज धूप से लाया हुआ फल तत्काल खाने से डायरिया का खतरा बढ़ जाता है। फ्रीज की तुलना में घड़े का पानी लाभदायक होगा।
पारा 40 के पार, उमस भरी गर्मी ने बढ़ाई परेशानी
बादलों के छाने और कुछ स्थानों पर वर्षा होने से बीते करीब तीन दिन तक मिली गर्मी से राहत शनिवार को समाप्त हो गई। तेज धूप ने गोरखपुर आसपास के एरियाज का पारा एक बार चढ़ा दिया। अधिकतम तापमान 40 के पार पहुंचा दिया। बीते दिन के मुकाबले अधिकतम से अधिक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। रिकॉर्ड अधिकतम तापमान मई के औसत अधिकतम तापमान से 23 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड किया गया।
मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय ने बताया कि फिलहाल दो से तीन दिन तक भीषण गर्मी का क्रम जारी रहेगा। 29 मई को एक बार गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा की हो सकती हैं। बंगाल की खाड़ी की ऊपरी हवा में चक्रवाती हवा का क्षेत्र 27-28 मई तक बनकर तैयार हो जाएगा। उसके परिणामस्वरूप 29 मई तक गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र में कहीं बूंदाबांदी होगी तो कहीं बरज-चमत के साथ हल्की वर्षा। इससे दो से तीन दिन के लिए ही सही, पर तापमान में गिरावट आएगी, उम्मीद है कि इससे शहरवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी।