गोरखपुर (ब्यूरो).इसके लिए इच्छुक फर्मों से आवेदन मांगने के लिए जीडीए ने एक्सप्रेशन आफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया है। कार्ययोजना के साथ फर्में 24 नवंबर तक आवेदन कर सकती हैं। ईओआई को जीडीए की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। शुरू में खोराबार आवासीय योजना को जीडीए द्वारा ही विकसित किया जाना था, लेकिन अब इसे पीपीपी मॉडल पर विकसित करने का निर्णय लिया जा चुका है। इसके विकास के लिए रियल एस्टेट की एलएंडटी जैसी बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियों के भी रुचि लेने की भी संभावना है। अनुमान है कि खोराबार की पूरी परियोजना करीब पांच से छह हजार करोड़ रुपए की हो सकती है। इस योजना में ईडब्ल्यूएस, एलआईजी आवास भी निजी कंपनी ही बनाकर देगी। जीडीए का खर्च न के बराबर आएगा। फ्लैट का निर्माण आधुनिक तकनीक से किया जाएगा, जिससे कम खर्च आए।
कई तरह की होंगी सुविधाएं
खोराबार में विकसित होने वाली टाउनशिप में कई तरह की सुविधाएं होंगी। जीडीए वीसी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि आवासीय कालोनी में 10 एकड़ क्षेत्रफल का एक केंद्रीय पार्क दिया जाएगा। विश्वस्तरीय ढांचागत विकास होगा। पर्याप्त हरित क्षेत्र भी होगा। चौड़ी सड़कें व ग्रीन बेल्ट की सुविधा मिलेगी। खेलकूद की सुविधाएं भी इस योजना में दी जा रही हैं। शैक्षिक, बैंङ्क्षकग, वाणिज्यिक अवस्थापना सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। यह योजना बहुमंजिला इमारत व भूखंडों का मिश्रण होगी।
विकसित होगा दवा का बाजार, बनेगा मेडिसिन मॉल
खोराबार में 75 एकड़ में प्रस्तावित की गई मेडिसिटी में क्लिनिक, डाक्टरों के आवास, अस्पताल, जांच केंद्र के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी तो दवा का बड़ा बाजार भी बनाया जाएगा। जीडीए इस योजना में एक मेडिसिन मॉल बनाने की तैयारी में है, जहां केवल दवा की थोक एवं फुटकर दुकानें होंगी। इसके बन जाने के बाद शहर के भीतर भलोटिया बाजार पर दबाव कम हो सकेगा। एम्स के कारण यह क्षेत्र इस लिहाज से महत्वपूर्ण है। यहां हर जगह से कनेक्टिविटी भी काफी अच्छी है। एक हिस्से में केवल नर्सिंग कालेज होंगे। दूसरे हिस्से में क्लिनिक व डाक्टरों के आवास की अलग लेन होगी। तीसरे हिस्से में प्रयोगशाला एवं डायग्नोस्टिक केंद्रों की अलग लेन होगी। यहां मरीज अपनी जांच करा सकेंगे। चौथे हिस्से में अस्पतालों के लिए अलग लेन बनाई जाएगी। यहां भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। जहां अस्पतालों के बड़े ब्रांड भी अपना अस्पताल खोल सकेंगे। स्थानीय डाक्टर भी अपने अस्पताल के लिए जमीन ले सकेंगे। मेडिसिटी में आने वाले मरीजों के ठहरने की सुविधा की भी ङ्क्षचता की जा रही है। होटल, लाउंस एवं आवास के लिए पांचवे हिस्से में अलग से व्यवस्था की जाएगी। छठवें हिस्से में मेडिसिन माल बनाया जाएगा। इसमें सभी तरह की सर्जिकल एवं दवा की दुकानों की व्यवस्था होगी।
खोराबार में पीपीपी माडल से वल्र्ड लेवल टाउनशिप व मेडिसिटी विकसित की जाएगी। इसके लिए ईओआई जारी कर दिया गया है। 24 नवंबर तक आवेदन किए जा सकेंगे। लोगों को इस योजना में उनकी जरूरत के अनुसार आवास मिलेंगे।
महेंद्र सिंह तंवर, जीडीए वीसी