गोरखपुर : पुलिस ने जांच कर सर्पदंश से उसकी मृत्यु की जानकारी दी, लेकिन शव कहां गया, यह नहीं बता पाई। यही वजह है कि परिवार वाले कुंभकरण को मृत नहीं मानते हैं और असलियत की जांच की मांग कर रहे हैं। सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद एसपी नार्थ ने एक टीम गठित कर चंडीगढ़ भेजने का निर्देश दिया है। बढऩी की सुमित्रा ने सीएम पोर्टल व पुलिस अधिकारियों को दिए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि 2005 में उसका भाई कुंभकरण कमाने के लिए पंजाब गया था। बाद में पता चला कि गुलरिहा की एक युवती भी उसके साथ गई थी। कुछ महीने बाद घर आकर युवती ने बताया कि कुंभकरण की सर्पदंश से मृत्यु हो गई, लेकिन उसका शव नहीं मिला। कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कराया गया तो विवेचक ने भी अपनी चार्जशीट में लिखा कि अभियुक्त से मिले प्रमाण पत्र से पता चला है कि सर्पदंश से उसकी मृत्यु हो गई, लेकिन उसके शव के बारे में नहीं बता सके। बाद में सुमित्रा को चंडीगढ़ से पता चला कि उसके साथ आए भोला ने पोस्टमार्टम न कराने की बात लिखित में दी थी। सुमित्रा के अनुसार, कुंभकरण जहां काम करता था, वहीं के एक नौकर ने उसे बताया था कि आपके भाई को मालिक ने कहीं दूर भेज दिया था। अब इसी राज का सच जानने के लिए पुलिस चंडीगढ़ जाएगी।

कुंभकरण प्रकरण की जांच के लिए पुलिस टीम गठित कर चंडीगढ़ भेजे जाने का निर्देश दिया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

जितेंद्र श्रीवास्तव, एसपी नार्थ