गोरखपुर (ब्यूरो)।मासूम का इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के एनआईसीयू में चल रहा था। मृत मासूम के परिजनों ने भी चिलुआताल थाने में ग्रीनलैंड और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ। सुधीर गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद मासूम के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों ने पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी कराने का भी आग्रह किया है।
चार मार्च को हुई थी डिलेवरी
शाहपुर एरिया के चरगांवा राप्तीनगर फेज फोर के रहने वाले विनीत सिंह बताया कि पत्नी की 4 मार्च को डिलीवरी ग्रीनलैंड हॉस्पिटल में हुई। बच्चा स्वस्थ था। 5 मार्च को हॉस्पिटल में नवजात को दो अन्य बच्चों के साथ टीका लगाया गया। इसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई। आरोप है कि स्टाफ बैजनाथ ने डॉ। सुधीर गुप्ता के कहने पर वैक्सीन लगाया। इसके बाद मेरे बच्चे का शरीर नीला पड़ गया। नवजात को इलाज के लिए उसी समय मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के एनआईसीयू में भर्ती किया गया। जहां शुक्रवार की शाम 4.30 बजे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस मामले में उन्होंने स्टाफ और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ग्रीनलैंड हॉस्पिटल पर हो चुका है सील
मासूमों की मौत के बाद एक्शन में आई हेल्थ डिपार्टमेंट और जिला प्रशासन की टीम ने पिछले रविवार को भी हॉस्पिटल सील कर दिया था। उधर हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम जांच में जुटी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई तय है।
पहले नवजात की मौत के मामले में उसके पिता सौरभ राय ने तहरीर पर चिलुआताल थाने में प्राइवेट हॉस्पिटल और डॉ। सुधीर गुप्ता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया जा चुका है। इस तहरीर को भी उसी केस में शामिल कर लिया जाएगा।
जयंत कुमार सिंह, इंस्पेक्टर चिलुआताल
मामला संवेदनशील है। इस मामले की जांच प्रक्रिया जारी है। विभाग की तरफ से पैरवी की जा रही है। लापरवाही में दोषी पाए जाने वालों को कठोर से कठोर सजा दिलाई जाएगी।
डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ गोरखपुर
कब क्या हुआ -
-6 मार्च को गगहा एरिया के रहने वाले सौरभ राय के बच्चे की मौत।
-12 मार्च को शाहपुर एरिया के धर्मपुर के रहने वाले शिशांत चाल्र्स के बच्चे की मौत।
- 17 मार्च को राप्तीनगर फेज फोर के रहने वाले विनीत सिंह के बच्चे की मौत।