गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दिन कपल्स जीवनभर एक-दूसरे का साथ निभाने का वादा करते हैं।
क्यों मनाते हैं प्रॉमिस डे ?
प्रॉमिस डे का सार किए गए वादों के पीछे की ईमानदारी में निहित है। इस दिन जोड़े अपनी भावनाओं को वादे के रूप में एक दूसरे से व्यक्त करते हैं। एक-दूसरे के सपोर्ट के लिए स्तंभ बनने, खुशी के क्षणों को संजोने और चुनौतियों का सामना करने का वादा करते हैं। ये वादे एक मजबूत और स्थायी बंधन की नींव बनाते हैं। प्रॉमिस डे मनाने के लिए जोड़े अक्सर अनोखे और सरप्राइज से भरे तरीके चुनते हैं। कुछ अपने हाथों से लेटर के ज़रिये अपने वादे लिखते हैं, जबकि अन्य अपनी प्रतिबद्धताओं से हैंडमेड उपहार बनाते हैं या विशेष सरप्राइज की योजना बनाते हैं।
प्रॉमिस डे का इतिहास
ऐसा माना जाता है कि 1477 में, ऑस्ट्रियाई आर्कड्यूक मैक्सिमिलियन ने मैरी ऑफ बरगंडी को हीरे की अंगूठी के साथ प्रपोज किया था और हर परिस्थिति में साथ रहने का वादा किया था। इसके बाद, प्रॉमिस डे वैलेंटाइन वीक के पांचवें दिन मनाया जाने वाला एक उत्सव बन गया।
प्रॉमिस डे को कैसे मनाएं?
अपने वादों को एक कागज में लिखें, जो आप अपने पार्टनर से करना चाहते हैं और फिर अपने पार्टनर को वो नोट दे सकते हैं।
चॉकलेट और बुके ले लें, दिल के शेप के गुब्बारे, एक हाथ से बनाया हुआ कार्ड, या एक टेडी लें और अपनी भावनाओं को व्य1त करें, जिससे आपके रिश्ते में ख़ुशियां बनी रहे और रिश्ता मजबूत रहे।
अपने पार्टनर से वादा करें कि आप उनके साथ हमेशा रहेंगें और हर खूशी और दुख वाला दिन एक साथ बिताएंगे।
अपने प्रिय की लंबि इच्छा पूरी करने का वादा करें और उसे अच्छे से निभाएं।
जरूरी हैं ये प्रॉमिस
एक-दूजे का सम्मान करने का प्रॉमिस करें।
कभी साथ न छोडऩे का वादा करें।
झूठ न बोलने का वादा करें।
7 में साथ रहने का किया था प्रॉमिस
राहुल अग्रहरि बताते हैं कि मेरी और प्रियंका की मुलाकात स्कूल में सातवीं क्लास में हुई थी और धीरे-धीरे हम एक एक दोस्त बन गए। स्कूल के बाद हमने एक ही कॉलेज में एडमिशन लिया। कॉलेज के आखिरी साल में मैंने प्रियंका से अपने प्यार का इज़हार किया और एक दूसरे से वादा किया कि हम हमेशा एक-दूसरे के सुख-दुख के साथी बने रहेंगे। कॉलेज ख़त्म करने के बाद जॉब के लिए कनाडा जाना पड़ा और हम एक दूसरे से 4-5 साल के लिए दूर हो गये और आज जैसी इंटरनेट की सुविधा ना होने के कारण बात भी कम होने लगी, लेकिन इतनी दूरियों के बावजूद हम साथ रहे और एक दूसरे को करियर में और आगे बढऩे के लिए सपोर्ट किया फिर दिसम्बर 2015 में हमने शादी कर ली। आज मैं और प्रियंका एक दूसरे के साथ बहुत खुश हैं।
फॉरेन ट्रिप का प्रॉमिस चाहती हैं श्वेता
रोटरी क्लब यूफोरिया की प्रेसिडेंट श्वेता अग्रवाल चाहती हैं कि उनके हसबैंड राहुल अग्रवाल शादी के वक्त लिए गए सभी वचनों को लाइफ टाइम निभाते रहें और हमेशा उन्हें खूब प्यार करें। इसके अलावा श्वेता, राहुल से साल में एक फॉरेन ट्रिप जरूर कराने का प्रॉमिस चाहती हैं। वो चाहती हैं कि राहुल का प्यार और साथ हमेशा बना रहे।