गोरखपुर: सिटी के रामजानकी नगर स्थित मुकीम सिद्दीकी शूटिंग एकेडमी में बड़ी संख्या में खिलाड़ी शूटिंग की ट्रेनिंग ले रहे हैं। इस एकेडमी की बानी व आर्या सहित कई खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिताओं में मेडल जीत सिटी का नाम रौशन किया है। इस एकेडमी में चलाने वाले मुकीम सिद्दीकी ने बताया कि शूटिंग, जिसे अक्सर शूटिंग और निशाना लगाने का एक सरल खेल माना जाता है एक कला है। इसके लिए एकाग्रता, कौशल और अनुशासन की आवश्यकता होती है। यदि आप ऐसे खेल की तलाश में हैं जो आपकी शारीरिक क्षमताओं और मानसिक एकाग्रता का परीक्षण करता है, तो शूटिंग सही विकल्प हो सकता है। उन्होंने बताया कि एकेडमी के शूटरों ने अपनी छाप दिल्ली तक छोड़ी है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि एक दिन यह ओलिंपिक तक पहुंचकर अपना सपना पूरा करेंगे।

गोरखपुर शूटिंग एकेडमी


रामगढ़ताल स्थित गोरखपुर शूटिंग एकेडमी में 70 से अधिक खिलाड़ी शूटिंग की ट्रेनिंग ले रहे हैं। यहां के तीन दर्जन से अधिक शूटर राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। जबकि 20 से अधिक शूटर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके हैं। एकेडमी से अब तक 50 से पदक जीत चुके खिलाड़ी इसके उदाहरण हैं। एकेडमी के संचालक व भारतीय शूटिंग टीम के सदस्य व अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता गजेंद्र राय का कहना है कि उनका लक्ष्य शूटिंग को बढ़ावा देना और अधिक से अधिक प्रतिभाओं को तराश कर उन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करना है।

खिलाड़ी जीते कई पदक


गजेंद्र ने बताया कि उनकी एकेडमी की 16 वर्षीय आन्या सिंह राष्ट्रीय स्तर के लिए क्वालीफाई करने वाली प्रतिभाशाली शूटर हैं। जबकि चार राज्य स्तरीय पदक, छह प्री-स्टेट पदक विजेता हर्ष राय अंतरराष्ट्रीय ट्रायल के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। इसके अलावा प्री-गोल्ड मेडलिस्ट मुहम्मद उमर अंसारी राष्ट्रीय चैंपियनशिप के साथ ही पिस्टल इंवेंट में अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। एकेडमी के ही छह वर्षीय दक्ष - साहनी व हर्षित सिंह भी प्रतिभावान में हैं, जो भविष्य में बेहतर परिणाम देंगे।

कोट
शूटिंग का शौक बहुत पुराना है। यहां अपने शौक को पूरा करने का मौका मिल रहा है। शूटिंग में शौक ने स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड दिलाया है।
आनंद सरकारी, खिलाड़ी

वाटर स्पोट्र्स कॉलेज में शूटिंग की प्रैक्टिस कराई जा रही है। खिलाडिय़ों को हर सुविधा दी जा रही है, ओलंपिक के लिए खिलाड़ी तैयार करना लक्ष्य है।
गजेंद्र राय, कोच शूटिंग

ओलंपिक में भारत के शूटिंग खिलाडिय़ों का प्रदर्शन बहुत ही बेहतर होता है। उनसे प्रेरित होकर ही शूटिंग की शुरुआत की है। शूटिंग करना बहुत अच्छा लगता है।
अंकिता, खिलाड़ी

एकेडमी में बेहतर खिलाड़ी तैयार किए जा रहे हैं। कई खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं। देश के लिए मेडल जीतना सभी खिलाडिय़ों का लक्ष्य है।
मुकीम सिद्दीकी, शूटिंग कोच

नंबर गेम
200
शूटर ले रहे ट्रेनिंग
05
लाख रुपये की है राइफल
2.5
लाख रुपये की है पिस्टल
10
मीटर रेंज की होती है प्रैक्टिस