गोरखपुर (ब्यूरो)। इन घटनाओं से बचने के लिए डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के बीटेक स्टूडेंट्स ने आईओटी बेस्ड मॉनिटरिंग सिस्टम, एग्रीकल्चर बोट और एंड्रॉइड एप्लीकेशन बनाया है। इस सिस्टम की मदद से किसानों को आग लगने से पहले ही अलर्ट मिल जाएगा।
आईओटी बेस्ड मॉनिटरिंग का फीचर
-फसल की आवश्यकता के अनुसार खेत में ये मॉनिटरिंग अपनी स्पेशल फीचर के साथ सिंचाई प्रदान करता है।
-फसल सुरक्षा उद्देश्यों के लिए तापमान आधारित फायर अलर्ट सिस्टम डेवलप किया गया है। फसल में आग लगते ही इसका अलर्ट इस एप्लीकेशन के माध्यम से शो करने लगेगा।
-फसल में आग लगते ही ये सिस्टम एक्टिवेट हो जाएगा, जिससे किसान अगर समय से न पहंच सके तो मॉनिटरिंग सिस्टम खुद ही ऑटोमैटिक एक्टिवेट हो जाएगा।
-ये मॉनिटरिंग सिस्टम सेंसर इंटरनेट कनेक्टिविटी की मदद से मोबाइल ऐप और वेबसाइट में सारा डेटा आपके फोन पर ही उपलब्ध करा देगा।
रोबोट देगा आपके फसल का डाटा
रोबोट मिट्टी की नमी, सिंचाई,आस-पास की नमी तापमान का निरीक्षण करता है। रोबोट अपके फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव भी कर सकता है। ऐप की मदद से किसान ऐप पर अपने क्षेत्र का डेटा प्राप्त कर सकते हैं।
एप की मदद से ट्रैक करें अपनी फसल
एंड्रॉइड एप्लिकेशन इसलिए विकसित किया गया है ताकि किसान तापमान, मिट्टी की नमी, प्रकाश की तीव्रता जैसी चीजें एप्लीकेशन के माध्यम से जान सकें। इस एप के माध्यम से किसान अपनी फसल की कंडीशन ट्रैक कर सकते हैं।
ऑटोमैटिक वर्क करेगा ये मॉनिटरिंग सिस्टम
आग लगने की आशंका होते ही ये एग्रीकल्चर मॉनिटरिंग सिस्टम अलर्ट कर देता है, उसके बाद भी अगर किसान ध्यान न दे पाए तो सिस्टम ऑटोमेटिक एक्टिवेट हो जाएगा और टेम्प्रेचर को मेनटेन करने लगेगा, साथ ही वॉटर स्प्रे करने लगेगा जिसका पूरा डाटा आपको एप्लीकेशन पर मिल जाएगा।
डीडीयूजीयू स्टूडेंट्स ने बनाया
गोरखपुर यूनिवर्सिटी के बीटेक सेकेंड ईयर के स्टूडेंट्स सिद्धार्थ तिवारी, सौरभ द्विवेदी, रूनझुन और अर्पिता दीक्षित ने एग्रीकल्चर मॉनिटरिंग सिस्टम बनाया, जिसमें मॉनिटरिंग के साथ एग्रीकल्चर बोट और एप्लीकेशन के साथ ये मॉडल तैयार किया है।