गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।लेटर आते ही सभी अधिकारी इसको अम्ल में लाने के लिए एक्शन मोड में आ गए हैं।
स्कूलों में 3 लाख से अधिक बच्चे
गोरखपुर में 2500 परिषदीय स्कूल हैं, जहां पर 3 लाख से अधिक बच्चे क्लास 1 से 8 तक की पढ़ाई करते हैं। इन बच्चों को सुरक्षित करने के लिए सरकार गंभीर हुई है। डेंगू और चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए तमाम अवेयरनेस प्रोग्राम भी कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में स्कूलों को भी निर्देश भेजा गया है।
स्कूलों को दिए निर्देश
- सभी छात्र-छात्राओं को फुल शर्ट और पैंट पहनकर आने के लिए निर्देशित किया गया।
- रेग्युलर पेयर के समय संचारी रोगों और उससे होने वाली समस्याओं के संबंध में बच्चों को अनिवार्य रूप से बताएं।
- गांव-गांव में जन जागरूकता के लिए रैलियां भी निकाली जाए।
- स्कूल कैंपस में रखी पानी की टंकियों की रेग्युलर सफाई की जाए।
- यह ध्यान देना होगा कि स्कूल कैंपस या पास-पड़ोस में कहीं भी जल भराव न हो।
- स्कूल कैंपस का हैंडपंप और मल्टीपल हैंडवॉश के पास रेग्युलर सफाई की जाए। एंटीलार्वा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाए।
- स्कूल कैंपस आस-पास सफाई की जाए और झाडिय़ों की कटान कर दिया जाए।
- एमएमसी की मीटिंग कर उन्हें डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संचारी रोगों उनके दुष्प्रभावों के बारे में बताएं।
- सभी कार्यों में ग्राम प्रधानों का भी सहयोग लिया जाए।
- किसी भी बच्चे को बुखार होने पर उसका तत्काल उपचार कराया जाए। इस समय तत्काल पीएचसी का सहयोग लिया जाए।
प्राइवेट स्कूल में भी की गई अपील
गोरखपुर के आईसीएससीई और सीबीएसई स्कूलों से भी स्कूल एसोसिएशन गोरखपुर ने अपील की है। स्कूल एसोसिएशन स्कूलों को लेटर भेजकर अपील की है कि वे अपने कैंपस में साफ सफाई रखें। साथ ही बच्चों और पेरेंट्स को डेंगू के प्रति अवेयर करें।
डेंगू और चिकनगुनिया के प्रति बच्चों और लोगों को अवेयर करने के लिए स्कूल काम कर रहे हैं। बच्चों को भी अब डेंगू से बचने के लिए आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। टीचर्स बच्चों के साथ ही उनके पेरेंट्स को भी अवेयर कर रहे हैं।
- रमेन्द्र कुमार सिंह, बीएसए