गोरखपुर (ब्यूरो)। यह सेंटर मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के लिए विद्यार्थियों, शिक्षकों, कर्मचारियों तथा अन्य स्टेकहोल्डर्स को स्वस्थ और प्रभावी जीवन शैली बनाए रखने में मदद करेगा। गुरुवार को कुलपति प्रो। पूनम टंडन की अध्यक्षता में हुई कार्य परिषद की बैठक में इस सेंटर को मंजूरी मिल गई। इसे स्थापित करने का प्रस्ताव मनोविज्ञान विभाग की ओर से आया था।
स्नेह सेंटर की स्थापना का उद्देश्य समग्र प्रसन्नता व कल्याण, अनुसंधान तथा आउटरीच गतिविधियां हैं। यह सेंटर लोगों के साथ व्यवहार करने, मानव व्यवहार पैटर्न को समझने, प्रेरणा देने जैसे बुनियादी गुणों को विकसित करने में मदद करेगा। जनसंख्या की विविधता के अनुसार शांति और प्रसन्नता का अध्ययन करने के साथ साथ विभिन्न उपकरणों के डिजाइन, मान्यता और पेटेंट में मदद करेगा। स्नेह द्वारा आइसीएमआर, आइसीएसएसआर, डीएसटी, आइसीपीआर आदि विभिन्न फंङ्क्षडग एजेंसियों से प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव दिए जाएंगे। स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रमों में नए वैल्यू एडेड पाठ्यक्रम शुरू करने की भी योजना है। यह केंद्र में ध्यान और जागरूकता के लिए आध्यात्मिक उपचार कक्ष, लर्निंग, मेमोरी एंड कांसंट्रेशन कक्ष, क्रोध प्रबंधन कक्ष, बायोफीडबैक कक्ष, प्रकृति को महसूस करने के लिए ग्रीन कक्ष के साथ साथ स्पीकअप कार्नर भी होगा। इसके अलावा कार्य परिषद द्वारा 60 से अधिक मुद्दों को मंजूरी प्रदान की गई।
प्रो। कमलेश गुप्त बहाल
हाई कोर्ट ने बीते 21 नवंबर को ङ्क्षहदी विभाग के निलंबित आचार्य प्रो। कमलेश गुप्त के निलंबन और सभी आरोपों को निरस्त कर दिया था। हाई कोर्ट के आदेश के आलोक में उन्हें कार्य परिषद ने बहाल कर दिया। कार्यपरिषद की मंजूरी के बाद गुरुवार की देर शाम कुलसचिव कार्यालय से बहाली का आदेश भी जारी हो गया। प्रो। कमलेश पिछले दो वर्षों में तीन बार निलंबित हुए। कुल 17 महीने से अधिक समय तक निलंबित रहे।
अनुराग द्विवेदी समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष बने
प्रो। अनुराग द्विवेदी को समाजशास्त्र विभाग का विभागाध्यक्ष बनाया गया है। गुरुवार की शाम कुलसचिव ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया। समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्य परिषद में उनकी अर्हता निर्धारण की रिपोर्ट दी गई।