गोरखपुर (ब्यूरो)।अब हर साल एनेस्थीसिया के छह जेआर तैयार होंगे। इससे सर्जरी व सुपर स्पेशियलिटी में बेहोशी के डॉक्टर्स की कमी दूर होगी।
10 जनवरी को आई थी टीम
पिछले 10 जनवरी को नेशनल मेडिकल काउंसिल की दो सदस्यीय टीम बीआरडी मेडिकल कॉलेज आई थी। टीम में शामिल हरियाणा के गुरुग्राम की डॉ। नीतू अरोड़ा और पश्चिम बंगाल के कोलकाता से डॉ। दीपाश्री भट््टाचार्य ने दोनों डिपार्टमेंट्स में सुविधाओं का इंस्पेक्शन किया था और टीचर्स से मुलाकात की थी। एनेस्थीसिया में पीजी की छह सीटें थीं, जो अब बढ़कर 12 हो गई है और एनोटॉमी में दो सीटें थी, जो अब पांच हो गई हैं।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज की यह बड़ी उपलब्धि है कि एनेस्थीसिया में छह व एनॉटमी में तीन सीटें बढ़ गई। इससे जहां बेहोशी के डॉक्टर्स की कमी दूर होगी। वहीं नए खुल रहे मेडिकल कॉलेज को डॉक्टर व टीचर मिलेंगे।
- डॉ। गणेश कुमार, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज