गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं, वीसी ने आईसीसी की पुरानी टीम को भंग करते हुए नई टीम का गठन किए जाने की बात कही है।
पोस्टर लेकर किया प्रोटेस्ट
यूनिवर्सिटी के छात्र संगठनों ने मांग की है कि असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि दूसरी छात्रा के साथ इस प्रकार की वारदात न हो सके। इसी क्रम में दिशा छात्र संगठन की अंजलि ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं के लिए यातनागृह बन चुका है। आए दिन प्रोफेसर इस तरह की शर्मनाक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैैं। विरोध प्रदर्शन में अदिति, चंदा, शालिनी, मनीष, सुधा, दीपक, शेफाली, तृप्ति, विद्यानंद शामिल रहीं। वहीं, एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने भी छात्रा के साथ हुए इस घटना की निंदा करते हुए यूनिवर्सिटी गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में गोरक्ष प्रांत के मयंक राय, कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह, इकाई मंत्री चंद्रपाल यादव आदि शामिल रहे।
सख्त कार्रवाई के निर्देश
वीसी प्रो। पूनम टंडन ने छात्रा के साथ हुई अभद्रता को गंभीरता से लेते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। वहीं, आईसीसी के गठन को लेकर गुरुवार शाम को बैठक की गई और टीम में कौन-कौन प्रोफेसर को शामिल किया जाएगा और किसे चेयरमैन बनाया जाएगा। इस पर भी मंथन करते हुए आईसीसी का गठन कर दिया गया है।
छात्रा का बयान जल्द
आईसीसी का गठन होते ही एक से दो दिनों में छात्रा को बुलाकर उसका बयान दर्ज किया जाएगा। साथ ही उसके पास जितने भी साक्ष्य मौजूद हैैं, उसे टीम के सदस्यों द्वारा जांचा जाएगा। वहीं छात्रा के बाकी दोस्तों को भी बुलाकर उनके भी बयान दर्ज कराए जाएंगे। इसके साथ ही असिस्टेंट प्रोफेसर के पुराने विवादित मामलों की भी जांच की जाएगी। शराब के नशे में धुत प्रोफेसर की इस करतूत को लेकर वीसी ने सख्त नाराजगी भी जाहिर की है।