गोरखपुर: वाराणसी से प्रकाशित हृषीकेश पंचांग के अनुसार, कार्तिक प्रबोधिनी एकादशी दिन मंगलवार दिनांक 12 नवंबर को है। इस दिन कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि का मान दिन में 12 बजकर 26 मिनट तक है। इस दिन इसी प्रकार हर्षण योग भी सायंकाल 5 बजकर 33 मिनट और सिद्धि नामक औदायिक योग भी है। चंद्रमा की स्थिति अपने परम मित्र बृहस्पति की राशि (मीन) पर है। सिद्धि योग में होने से यह धार्मिक क्रियाकलापों के लिए परम श्रेयस्कर रहेगा।
शुरू होंगे वैवाहिक कार्य
पंडित शरद चंद्र मिश्र के अनुसार, भगवान विष्णु चार महीने की अखंड निद्रा का परित्याग कर 12 को जग जाएंगे। 17 नवंबर से 16 दिसंबर तक जब तक वृश्चिक के सूर्य रहेंगे। मांगलिक कार्य इस बीच किए जाएंगे। पुन: 17 दिसंबर से 13 जनवरी तक धनु राशि के सूर्य में विवाह सहित सभी मांगलिक कार्य नहीं किए जाएंगे।
इस साल के लग्न मुहूर्त
नवंबर: 17, 18, 22, 24, 25, 26 और 28 नवंबर
दिसंबर: 2, 3, 4, 5, 9, 11, 14 और 15 दिसंबर
नहीं मिल रही जगह
त्योहारों के बाद अब शादियों की धूम रहेगी। नवंबर और दिसंबर में खूब लगन हैं। इसके लिए सिटी के सभी होटल्स, रिजार्ट, मैरिज हॉल, बैंक्वेट हॉल, लॉन, बैंड-बाजा वाली पार्टियां और टेंट आदि बुक हो चुके हैं। इस सीजन में गोरखपुर में करीब दो हजार से अधिक शादियां होंगी।
17 और 22 नवंबर
17 और 22 नवंबर को सबसे ज्यादा शादियां हैं। इन दो दिनों में ही अकेले 500 से ज्यादा युगल शादी के बंधन में बंधेंगे। गर्मी में इस साल लगन कम होने की वजह से लोगों ने शादियां नवंबर-दिसंबर के लिए टाल दीं। इसमें लगन तो ज्यादा है, लेकिन उतनी ही शादियां भी होने वाली हैं। इसको देखते हुए ज्यादातर लोगों ने जून-जुलाई में ही मैरिज हॉल की बुकिंग करा ली थी। मैरिज हाउस संचालकों में भी इसको लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। सिटी में करीब 300 मैरिज हॉल हैं।
तेज हुई खरीदारी
देवउठनी एकादशी के बाद शुरू होने वाले लगन के लिए खरीदारी भी तेज हो गई है। नवरात्रि के बाद से ही लोगों ने कपड़े, गहने और बर्तन आदि की खरीदारी शुरू कर दी थी। पिछले तीन दिनों में सोने-चांदी के भाव में गिरावट के बाद सराफा बाजार में और तेजी आ गई है।
शादियों का बदला ट्रेंड
इन दिनों शादियों का ट्रेंड बदल पूरी तरह बदल चुका है। कपल अपनी शादी के दिन को खास बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोडऩा चाहतें, इसके बदले वे मुहमांगी रुपए खर्च करने को तैयार है। कपल अपनी शादी को राजाओं-महाराजाओं की तरह शाही अंदाज मे रचाकर याद बनाना चाह रहे हैं। पहले जहां घरों से शादियां होती थीं वहीं अब ज्यादातर लोग होटल और रिजार्ट में शादी आयोजित कर रहे हैं। सिटी के एक रिजॉर्ट संचालक आयुष सिंह ने बताया कि उनके यहां इस साल की सारी बुकिंग फुल हो चुकी है। शादियों का मेन्यू भी बदल चुका है। अब शादियों में लोग देशी और विदेशी खाने भी बनवा रहे हैं.ये बदलाव मीडिल क्लास से लेकर अपर क्लास तक के शादियों में देखने का मिल रहा है। शादी में भव्य शाही अंदाज के लिए टेक्नोलॉजी का भी जमकर इस्तेमाल हो रहा है।