गोरखपुर (ब्यूरो)।बिजली घरों की क्षमता कनेक्शन लोड के मुताबिक आधी होने से बार-बार एचटी व एलटी लाइन में फॉल्ट से आए दिन बिजली ठप होने की दुश्वारी कंज्यूमर झेल रहे है। इन कंज्यूमर्स को बेहतर बिजली देने के लिए इन सभी बिजली घरों की क्षमता वृद्वि में चार साल से पॉवर ट्रांसफॉर्मर का अड़ंगा लगा है। वितरण खंड के जिम्मेदार सेकेंड्री वर्कस के अभियंताओं से आए दिन शिकायत दर्ज कराने से परेशान है।
क्षमता दोगुना करने का प्रस्ताव
जोन के अलग-अलग वितरण खंडों ने साल-2017-18 में बिजली घरों की क्षमता वृद्वि करने की मांग की। विद्युत माध्यमिक कार्यखंड ने बिजनेस प्लान-2017-18 में आठ बिजली घरों की क्षमता वृद्वि की क्षमता दोगुना करने का प्रस्ताव बनाकर कारपोरेशन को भेजा। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद तत्कालीन अधिकारियों ने टेंडर के माध्यम से अलग-अलग फर्मों को जिम्मेदारी सौपी। इन सभी फर्मों ने जोर-शोर से काम शुरु कर बढ़ी क्षमता के मुताबिक ब्रेकर व पैनल लगा दिया। इसमें निगम को 10 एमवीए का पॉवर ट्रांसफॉर्मर मुहैया कराना था। चार साल से फर्म व अभियंता पॉवर ट्रांसफॉर्मर आवंटित होने का इंतजार कर रहे है।
फॉल्ट का भी है संकट
उधर कंज्यूमर भी 18 से 22 घंटे निर्बाध बिजली सप्लाई के बाद भी रोजाना फॉल्ट से बिजली गुल होने से संकट झेल रहे है। इसको लेकर कंज्यूमर्स में आक्रोश है। ठेकेदार भी आधा-अधूरा काम कराकर भुगतान के लिए परेशान है। वे चाहते है कि जल्दी से जल्दी पॉवर ट्रांसफॉर्मर आंवटित हो जाए तो वे काम पूरा कर भुगतान के लिए दावेदारी करें। अब माध्यमिक कार्यखंड के इंजीनियरों ने सीई के माध्यम से पॉवर ट्रांसफॉर्मर की मांग पूर्वांचल एमडी को भेजी है। अभियंताओं को उम्मीद है कि जल्द ही पॉवर ट्रांसफॉर्मर आवंटित हो जाएंगे।
इन बिजली घरों मे क्षमता वृद्वि लम्बित
बिजली घर 33 केवी रामकोला, 33 केवी हाटा ग्रामीण, 33 केवी गौरीबाजार, 33 केवी देसही देवरिया, 33 केवी लार, 33 केवी सलेमपुर, 33 केवी खुखुन्दू, 33 केवी लक्ष्मीपुर, 33 केवी बड़हलगंज बिजली घर हैं। क्षमता वृद्वि के लम्बित प्रकरणों के निस्तारण के लिए पूर्वांचल एमडी को पत्र भेजकर पॉवर ट्रांसफॉर्मर मुहैया कराने की मांग की है। सेंट्रल स्टोर से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि वहां से ट्रांसफॉर्मर मिल सकें।
- ई। कमेलश चंद आजाद, एसई, माध्यमिक कार्यमंडल गोरखपुर