गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं दो सप्ताह के भीतर टमाटर भी फुटकर में 50 से 100 प्रति किग्रा बिकने लगा है। फिलहाल आलू-प्याज तो किसी तरह ले रहे हैं लेकिन महंगा होने के कारण टमाटर खरीदने से कन्नी काटने लगे हैं। इधर लगातार हो रही वर्षा से महेवा मंडी हरी सब्जियों की आवक घट गई है, जिससे परवल, बोड़ा, सरपुतियां, नेनुआ, ङ्क्षभड़ी तथा करैला के भाव में भी उछाल है।
नासिक में बढ़ी कीमत
महेवा मंडी में आलू-प्याज के थोक कारोबारी नौशाद अली ने बताया कि इस समय आलू बिल्लौर, फर्रुखाबाद व कन्नौज से आ रहा है, जबकि प्याज की आवक नासिक व शाहजहांपुर (मप्र) से हो रही है। इस समय नासिक में प्याज की कीमत तेज है। इसकी वजह प्याज का बाहर निर्यात होना तथा स्टाक में कमी है। मांग के अनुरूप आलू का स्टाक न होना इसके भाव तेजी का प्रमुख कारण है। फिलहाल दोनों की कीमतों में तेजी बरकरार रहेगी।
आवक हुई प्रभावित
फल सब्जी विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष अवध गुप्ता ने बताया कि वर्षा के कारण सब्जियों की आवक प्रभावित हुई है। बाहर से आने वाली कई सब्जियां नहीं आ रहीं हैं। वर्षा में सब्जियां अधिक खराब होती हैं। यहीं वजह है हरी सब्जियों के भाव में तेजी देखने को मिल रही है। फुटकर सब्जी कारोबारी विक्रेता संजय भारती ने बताया कि वर्षा के चलते खेतों में पानी लग गया है। सब्जियां सडऩे लगी हैं। कुछ सब्जियों की आवक भी कम हुई है। यहीं वजह है कि नेनुआ, बोड़ा, सरपुतियां तथा लौकी जैसी सब्जियां महंगी हुईं हैं।
फुटकर में सब्जियों का भाव
सब्जी भाव प्रति किग्रा
आलू 40 रुपये
प्याज 50 रुपये
टमाटर 100 रुपये
परवल 80 रुपये
नेनुआ 50-60 रुपये
लौकी 50 रुपये
बोड़ा 120 से 160 रुपये
करैला 50-60 रुपये
ङ्क्षभडी 80 रुपये
अरूई 80 रुपये
अदरक 200 रुपये
लहसुन 200-250 रुपये
हरा मिर्चा 120-150 रुपये
शिमला मिर्चा 120 रुपये
बारिश का मौसम शुरू हो चुका है। इस मौसम में परिवार के साथ पकौड़े खाने का अलग ही मजा है। इसी बीच आलू-प्याज, लौकी महंगा होने से मजा किरकिरा हो जा रहा है।
सरस्वती
रोजमर्रा की जरूरत महंगी होने के साथ अब सब्जियां भी महंगी होने लगी हैं। अब समझ नहीं आता की कोई सब्जी कैसे खरीदें।
पल्लवी
बारिश की वजह से मण्डी में सब्जी देर से आ रही है। इसलिए बची सब्जियों को महंगे दाम पर खरीद कर बेचना पड रहा है।
अर्जुन