गोरखपुर (ब्यूरो)।महीनों से यह खेल चल रहा है। नगर निगम में मैलाथियान की होने वाली सप्लाई बिल्कुल बेकार है। यह आरोप लगाया है उपसभापति ऋषि मोहन ने, जिनका कहना है कि मैलाथियान में न खुशबू है और न ही छिड़काव कराने पर इसका कोई असर हो रहा है। कई लोगों ने पहले भी शिकायत की थी लेकिन ध्यान नहीं दिया जा सका। अब बारीकी से इसका निरीक्षण किया गया तो यह मिट्टी और चूना के समान निकला। उन्होंने नगर आयुक्त से मिलकर शिकायत की है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक पत्र भी लिखा जाएगा। इधर, अन्य पार्षद भी अपने वार्ड में मैलाथियान के छिड़काव की जानकारी लेने में जुट गए हैं।
पार्षदों ने भी उठाए सवाल
उपसभापति के खुलासे के बाद पार्षद भी खुलकर सामने आने लगे हैं। उनका कहना है कि नगर निगम प्रशासन फर्म से मिला हुआ है। उसको लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी ने कहा कि मैलाथियान मिट्टी के समान है। दिखावे के लिए नगर निगम वार्डों में छिड़काव कराता है। वहीं पार्षद संजय श्रीवास्तव ने कहा कि जनता का पैसा नगर निगम बर्बाद कर रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। पार्षद आरती सिंह के पति मोहन सिंह ने बताया कि मैलाथियान की वजह से गंदगी पर छिड़कने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। पार्षद संजीव सिंह सोनू ने बताया कि मैलाथियान ही नहीं बेल्चा, झाड़ू तक घटिया स्तर के सप्लाई हो रही है। शिकायत पर कहीं सुनवाई नहीं है।
उपसभापति के सारे आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैँ। उनकी शिकायत जब भी मिलेगी, जांच कराई जाएगी।
- डॉ। दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त
उपसभापति ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी गंभीरता से जांच होनी चाहिए। नगर निगम में इस तरह की चीजें पहले भी हो चुकी हैं।
- सीताराम जायसवाल, मेयर