गोरखपुर (ब्यूरो)।मंगलवार सुबह राजघाट पर पुलिस की मौजूदगी में छात्रा का अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान परिवार के लोग भी मौजूद रहे। सुबह 4 बजे से ही पुलिस छात्रा के घर पर अंतिम संस्कार की तैयारियों को पूरी करने में जुट गई थी। 6 बजे स्थानीय पार्षद समेत मोहल्ले के लोग भी पीडि़त परिवार के घर पहुंचे। सुबह करीब 11 बजे परिवार के लोग अंतिम संस्कार कर वापस घर आ गए। इस दौरान भी रह-रहकर छात्रा की मां कर दर्द छलकता रहा। वे लगातार अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने और बदसलूकी करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग करती रहीं।

यह है पूरा मामला

कुशीनगर जिले के पडरौना क्षेत्र का रहने वाला व्यक्ति शहर के एक अस्पताल में सफाईकर्मी है। पत्नी व 16 वर्षीय बेटी के साथ चार वर्ष से धर्मशाला बाजार क्षेत्र में किराये पर कमरा लेकर रहता था। उसकी पत्नी भी मोहल्ले के घरों में मजदूरी करती है। शनिवार दोपहर एक बजे पत्नी के साथ सफाईकर्मी अपने गांव (पडरौना) चला गया। घर पर बेटी अकेली थी। सफाईकर्मी का आरोप है कि रविवार की शाम पांच बजे मकान मालिक ने फोन कर बताया कि बेटी ने फंदे से लटककर जान दे दी है। आरोप है कि मकान मालिक उनकी बेटी को परेशान करता था। दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव उसी ने फंदे से लटका दिया। रात में रिश्तेदारों के साथ कमरे पर पहुंचे सफाईकर्मी और उसकी पत्नी ने आरोपितों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।

परिजनों की गैरमौजूदगी में अंतिम संस्कार के लिए शव ले गई थी पुलिस

छात्रा की मौत के बाद परिजन मकान मालिक पर ब्लैकमेल करने और रेप के बाद हत्या का आरोप लगा रहे थे। जबकि पुलिस इसे सुसाइड बता रही थी। यही नहीं पुलिस ने सोमवार को बिना परिजनों की उपस्थिति के छात्रा की बॉडी को पोस्टमार्टम के बाद सीधे राजघाट भी पहुंचा दिया। जहां पर परिजनों के हंगामा करने पर पुलिस को पीछे हटना पड़ा। परिजन शव लेकर रात में काली मंदिर स्थित घर वापस आ गए।

मौत की वजह हैंगिंग, नहीं मिला हत्या का प्रमाण

जिलाधिकारी के आदेश पर तीन डाक्टरों के पैनल ने किशोरी का पोस्टमार्टम किया, जिसकी वीडियोग्राफी कराई गई है। रिपोर्ट में किशोरी की हत्या किए जाने का प्रमाण नहीं मिला है।