गोरखपुर (ब्यूरो)।अभी पुलिस जांच कर ही रही थी कि तभी पीडि़त महिलाओं ने एक महिला आरोपित को महराजगंज से पकड़ लिया और उसे राजघाट थाने को सौंप दिया। इसके बाद महराजगंज में पीडि़त महिलाओं पर ही किडनैप का मुकदमा कोतवाली में लिखा गया है। इसके विरोध में मंगलवार को दिनभर पीडि़त महिलाएं पुलिस ऑफिस और अन्य अफसरों के दफ्तर पर प्रदर्शन करती दिखीं।
#WATCH📽️#Gorakhpur नौकरी के नाम पर बड़ी ठगी, राजघाट में FIR, पीड़ितों ने ठग को पकड़ कर किया @GORAKHPURpolice के हवाले। महाराजगंज में पीड़ितों पर किडनैपिंग का केस। पुलिस बोली-दूसरे जिले की पुलिस को ठग सौंपने पर FIR#GorakhpurNews
🎤 by : @ANURAGP22784
📸 by : @Pranjal_sahu111 pic.twitter.com/Bb3Jhe4pzb— inextlive (@inextlive) January 17, 2023
मिर्जापुर में एक घर में खोला था दफ्तर
राजघाट इलाके के मिर्जापुर की रहने वाली प्रीति वर्मा की शिकायत पर तीन पर मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रीति वर्मा ने बताया कि महराजगंज के पड़तावल निवासी आरिफ अंसारी उर्फ रुस्तम अंसारी, अफरीन बानो और संजीव यादव ने इस्माइल 4 लाइफ वेलफेयर फाउंडेशन के नाम से मेरे घर में ऑफिस बनाया, जिसमे अगरबत्ती पैकिंग का काम शुरू किया। प्रीति ने बताया कि इन लोगों ने कहा था कि 2 घंटा पैकिंग करने के 4000 रुपए सैलरी दी जाएगी।
जमा कराई सिक्योरिटी मनी
प्रीति ने बताया कि इस जॉब के लिए 1159 रुपए सिक्योरिटी मनी भी जमा कराई गई, जिसमे ढेर सारी महिलाएं सिक्योरिटी मनी जमा करके इसकी मेंबर बनीं। पहले तो एनजीओ ने 4000 कहकर 3 हजार सैलरी दी। इसके बाद ये कहा कि अगले माह से 2000 मिलेगा। अगले माह ये कहा कि अब 1000 ही मिलेगा। प्रीति ने बताया कि हम लोगों ने उससे सिक्योरिटी मनी वापस मांगी। तब एनजीओ संचालक फरार हो गया। इसके बाद हम लोगों ने एनजीओ संचालकों पर मुकदमा दर्ज कराया।
पुलिस ऑफिस गेट पर बैठ गई महिलाएं
एनजीओ संचालिका को राजघाट थाने में सौंपने के बाद से ही सोमवार की रात में वहां सभी महिलाएं डटी रहीं। इसके बाद मंगलवार सुबह होते ही एनजीओ की शिकार करीब 50 महिलाओं ने थाने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया, किसी तरह पुलिस ने उन्हें समझाकर वापस किया।
महराजगंज पुलिस ले गई एनजीओ संचालिका
राजघाट थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले एनजीओ संचालिका को महराजगंज की कोतवाली पुलिस अपने साथ ले गई। एनजीओ संचालिका के पेरेंट्स ने महाराजगंज के कोतवाली में उसके अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। संचालिका के परिजन के साथ ही महराजगंज पुलिस गोरखपुर आई थी।
लखनऊ में भी हुए हैं शिकार
पीडि़तों की मानें तो लखनऊ समेत कई शहरों में एनजीओ ने महिलाओं को शिकार बनाया है। वहां भी एनजीओ संचालकों की तलाश पीडि़त कर रहे हैं। पीडि़तों का कहना है कि इस मामले में लाखों लोग शिकार बने हैं।
सोशल मीडिया पर विरोध
पीडि़तों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद सोशल मीडिया पर भी इसका विरोध हो रहा है। काफी लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।
राजघाट थाने में कंप्लेन पर एनजीओ संचालक समेत 3 पर मुकदमा दर्ज किया गया है। महिलाओं ने एक आरोपित महिला को महराजगंज से उठाकर राजघाट थाने की पुलिस को सौंपा है। इस कारण महराजगंज में इन महिलाओं पर किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज किया गया है।
कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी