गोरखपुर: जीडीए की ओर से नगर निगम को हैंडओवर की गई कॉलोनियों में नालियां ओरवफ्लो कर रही हैं। यहां किसी भी नाली की संरचना ठीक नहीं है। हर पांच से दस मीटर पर नालियां जर्जर हो चुकी हैं। कहीं पानी का बहाव नहीं हो रहा तो कहीं पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर बह रहा है। वहीं, जर्जर नालियों के चलते बरसात के दिनों में यहां पानी लग जाता है।
वाटर सप्लाई के लिए नहीं हैं इंतजाम
जो कॉलोनियां नगर निगम को हैंडओवर की गई हैं उनमें फ्लैट वाली कॉलोनियों को छोड़कर बाकी कॉलोनियों में वाटर सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां सप्लाई के लिए टैंक व अन्य चीजें लगाई जरुर गई हैं लेकिन अब भी निवासियों को पानी नहीं मिल पाया है। अनदेखी के चलते जगह-जगह पानी की पाइप जमीन में ही टूट गई है।
अबतक कहीं नहीं है सीवर
जिन कॉलोनियों को हैंडओवर किया गया है, उनमें अबतक किसी भी कॉलोनी में सीवर नहीं बिछाई गई है। जलनिकासी के लिए कॉलोनियों में सतही नाली व नाले की व्यवस्था है। जो जगह-जगह टूट चुकी है। इसके चलते पानी ओवरफ्लो की समस्या आती है।
कॉलोनियों में प्रमुख समस्या
- आरसीसी नालियों का न होना
- नाली का पानी सड़क पर ओवरफ्लो करना
- अपार्टमेंट्स में फायर सेफ्टी की व्यवस्था का न होना
- खराब स्ट्रीट लाइटें
- टूटी-फूटी रोड
- सिक्योरिटी अरेंजमेंट न होने से बढ़ रही चोरी की घटनाएं
- वसुंधरा अपार्टमेंट में कॉमन मीटिंग हॉल का न होना
- कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था न होना
ये कॉलोनियां हुईं हैंडओवर
- वसुंधरा इन्क्लेव फेज 1,2,3
- लोहिया इन्क्लेव
- वैशाली योजना
- यशोधरा कुंज आवासीय योजना
- अमरावती निकुंज आवासीय योजना
- कारपोरेट योजना
- बुद्ध विहार आवासीय योजना पार्ट ए, बी, सी
- आम्रपाली आवासीय योजना
- सिद्धार्थपुरम विस्तार आवासीय योजना
- गौतम विहार विस्तार आवासीय योजना
- शास्त्रीनगर योजना
- जीडीए टावर
- लेक व्यू अपार्टमेंट
कोट-
कॉलोनी की दशा बेहद खराब है। यहां न तो नालियां ठीक हैं और न पानी की कोई व्यवस्था है। सभी सड़कों पर नाली का पानी ओवरफ्लो हो रहा है। हालात ये हैं कि पैदल चलना मुश्किल हो जा रहा है।
- बीडी यादव, वसुंधरा इन्क्लेव
480 फ्लैट की सोसाइटी बनने के बाद भी यहां कोई भी कॉमन मीटिंग हाल नहीं बना है। ऐसे में कोई भी सामूहिक बात चीत करने के लिए हमें प्राइवेट जगह बुक करनी पड़ती है।
- आरके त्रिपाठी, वसुंधरा इन्क्लेव
हमारे मोहल्ले में आजतक वाटर सप्लाई नहीं मिल पाई है। कॉलोनी बसे 24 साल से अधिक हो चुका है। सभी पानी की पाइपें टूट चुकी हैं। अनदेखी के चलते पानी की टंकी भी खराब हो रही है।
- अमित मिश्रा, सिद्धार्थ इन्क्लेव
कॉलोनी में जगह-जगह नाली टूट गई है। पानी ओवरफ्लो कर रहा है। कूड़ा उठाने की समुचित व्यवस्था नहीं है। अब देखना है कि नगर निगम क्या राहत देता है।
- डब्बू श्रीवास्तव, सिद्धार्थ इन्क्लेव
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वर्जन-
बचे हुए कामों के लिए जीडीए की ओर से धन उपलब्ध कराया जाएगा। कॉलोनियों में जो भी समस्याएं हैं उनका निस्तारण कराया जाएगा। पानी व सीवर के लिए योजनाओं में शामिल कर विकास कराया जाएगा।
- निरंकार सिंह, अपर नगर आयुक्त