गोरखपुर (ब्यूरो)। हार्ट-लंग बाइपास मशीन मंगाने के साथ ही कार्डियोवैस्कुलर एंड कार्डियोथोरेसिक सर्जन की मांग शासन से की गई है। बाइपास सर्जरी शुरू हो जाने से गोरखपुर-बस्ती मंडल, बिहार व नेपाल के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
ढाई साल से सुविधा
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में हार्ट रोग विभाग व कैथ लैब लगभग ढ़ाई साल पहले खुल गई है। एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी हो रही है। पेसमेकर भी लगाया जा रहा है, लेकिन अभी कार्डियोवैस्कुलर एंड कार्डियोथोरेसिक सर्जरी के लिए लोगों को एसजीपीजीआइ या केजीएमयू लखनऊ रेफर करना पड़ रहा है। अब कॉलेज प्रशासन ने कार्डियोवैस्कुलर एंड कार्डियोथोरेसिक सर्जन व नेफ्रोलॉजिस्ट की तैनाती के लिए पहल शुरू कर दी है।
जल्द मिलेंगे दो डॉक्टर
जल्द ही ये दोनों डॉक्टर भी सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक को मिल जाएंगे। इसके बाद बाइपास सर्जरी व किडनी मरीजों का इलाज यहीं संभव हो सकेगा। नेफ्रोलॉजिस्ट की तैनाती यहां थी। डॉक्टर दो साल के अनुबंध पर यहां आए थे। अनुबंध खत्म होने के बाद वे यहां से चले गए है। लगभग छह माह से यह विभाग पूरी तरह खाली है। काडियोवैस्कुलर एंड कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग डॉक्टर के न मिलने की वजह से अभी तक खुल नहीं पाया है। इसलिए माह में पहुंच रहे ओपेन हार्ट सर्जरी के तीन चार मरीजों को लखनऊ के लिए रेफर करना पड़ रहा है।
इन विभागों में सुविधा
- न्यूरो सर्जरी
- न्यूरोलॉजी
- गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी
- आंकोलॉजी आदि विभाग में इलाज चल रहा है।
स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार बढ़ रही है। जिन ऑपरेशनों की सुविधा नहीं थी और उनके लिए मरीजों को रेफर करना पड़ता था। अब उनमें से कई ऑपरेशन यहीं पर हो रहे हैं। सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में ओपेन हार्ट सर्जरी की सुविधा भी जल्द शुरू हो जाएगी।
डॉ। रामकुमार जायसवाल, प्रिंसिपिल बीआरडी मेडिकल कॉलेज