गोरखपुर (ब्यूरो)।भोजन कर रहे छात्रों के बीच में बैठे और थाली में खुद के लिए भोजन ले आने को कहा। ईडी के सामने सब्जी के नाम पर सिर्फ आलू परोसा गया। इस पर वह नाराज हो गए। पिछले दिनों निरीक्षण में उन्होंने मौसमी सब्जियां बनाने को कहा था। टेंडर की शर्तों के विपरीत आटा दूसरी कंपनी का इस्तेमाल होता मिला, तो हैंडवॉश के डिब्बे में डिटरजेंट पाउडर का घोल मिला। बर्तन धुलाई वाले स्थान पर गंदगी मिली।

इमरजेंसी का लिया जायजा

ईडी ने संचालक को अपने कार्यालय में बुलाकर फटकार लगाई। कहा कि यह आखिरी चेतावनी है, इसके बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बच्चों के भोजन से समझौता किसी भी हाल में नहीं किया जाएगा। मंगलवार देर रात तक आइपीडी और इमरजेंसी का निरीक्षण करने के बाद ईडी बुधवार सुबह से ही परिसर में निरीक्षण करने पहुंच गए। उन्होंने इमरजेंसी में व्यवस्था का जायजा लिया। इमरजेंसी एंड ट्रामा मेडिसिन विभाग में ऑपरेशन थियेटर और आइसीयू जल्द से जल्द संचालित करने के लिए पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया पूरी करने को कहा। कहा कि मैनपावर की कमी जल्द से जल्द दूर की जाएगी।

मैं आप सभी का अभिभावक

मेस में भोजन करने पहुंचे ईडी ने स्टूडेंट्स से भी बात की। कहा कि सभी कमियों को दूर कराया जाएगा। एम्स में स्टडी करने वाले सभी छात्र-छात्राओं का मैं अभिभावक हूं। कोई भी समस्या हो तो बेहिचक और बेझिझक बताएं, समाधान कराया जाएगा। देर शाम मेस के मेन्यू में बदलाव भी किया गया।

14 में से सिर्फ आठ ओटी चालू

एम्स में वर्तमान में 14 आपरेशन थियेटर (ओटी) में से सिर्फ आठ चालू हालत में है। चालू ओटी में भी सिर्फ एक टेबल पर ऑपरेशन हो रहा है। जबकि कम से कम दो टेबल पर ऑपरेशन संभव है। ईडी ने जल्द से जल्द व्यवस्था कर ओटी को शुरू करने को कहा। कई विभागों के डाक्टर्स को ओटी में टेबल न मिल पाने के कारण मरीजों को वेटिंग लिस्ट में रखना पड़ रहा है। इससे मरीज भी परेशान हैं।

कूपन व्यवस्था शुरू करने की मांग

एम्स के छात्रों ने मेस में कूपन व्यवस्था शुरू करने की मांग की। साथ ही हास्टल गेट खोलने की समयावधि, लाइब्रेरी 24 घंटे खोलने, मिलने आए अभिभावकों के रुकने की व्यवस्था करने, जिम खोलने, फ्री चिकित्सा सेवा देने, हेपेटाइटिस बी का टीका लगवाने, बाइक भत्ता देने, इंडोर बैडमिंटन कोर्ट बनाने, क्रिकेट खेलने की सुविधा देने, क्लबों को खोलने समेत अन्य मांग भी छात्र-छात्राओं ने की है।