गोरखपुर (ब्यूरो)। इस दिशा में साइबर पुलिस काम कर रही है। इसके लिए दिल्ली में एक वर्कशॉप में साइबर थाने के इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने हिस्सा लिया। ट्रेनिंग में उन्हें साइबर अपराध से कैसे बचा जा सकता है और एविडेंस को किस प्रकार कलेक्शन किया जाए। वर्कशाप के जरिए जानकारी दी गई हैं। एक जुलाई से नया नियम लागू होने के बाद से साइब अपराध की जांच को पुलिस डिजिटल के माध्यम से करेगी। वहीं, अब तक साइबर अपराध के मामलों में पुलिस लैपटाप, मोबाइल फोन समेत अन्य उपकरण को कपड़े या अन्य में सीज कर जमा करती थी।
क्रेडिट कार्ड की क्लोनिंग
एटीएम, डेविट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की क्लोनिंग करने के बाद लोगों के अकाउंट से पैसे निकाले जा रहे हैं। ऑनलाइन बैंकिंग में लोगों के अकाउंट को हैक करके उससे पैसे निकाले जा रहे है। ये सभी मामले साइबर क्राइम के हैं। इसके अलावा इंटरनेट के जरिए लॉटरी जीतने का फर्जी संदेश लोगों को भेजकर ठगा जा रहा है। तमाम छोटी कंपनियों और वेब साइट चलाने वाले लोग वर्क एट होम स्कीम के जरिए लोगों को घर बैठे लाखों रुपए कमाने का विज्ञापन देते हैं लेकिन अपनी कंपनी, ऑफिस और प्लान के बारे में कोई खास जानकारी नहीं देते। बावजूद इसके अगर कोई फंस जाता है तो उसे काम करने के लिए न तो साधन दिए जाते और न ही पैसे।
पुलिस को दी जा रही ट्रेनिंग
ऑनलाइन फ्रॉड की व्याख्या की जाए तो ये काफी लंबी होगी लेकिन यहां कुछ ऑनलाइन फ्रॉड के नाम जरूर दिए जा सकते हैं। दान करने की अपील, मनी ट्रांसफर, डेंटिंग फ्रॉड, टिकटिंग फ्रॉड, चैरिटी फ्रॉड, इंटरनेट मॉडम डायलिंग फ्रॉड, क्लिक फ्रॉड, ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड, इे-मेल स्पूफिंग और फार्मिंग जैसे कई तरह के फ्रॉड हैं। इस फ्रॉड से बचाव के लिए साइबर पुलिस पूरी तरह से एक्टिव हैं और उन्हें दक्ष करने के लिए ट्रेनिंग भी कराई जा रही है। ताकि साइबर जालसाजों से उन्हें बचाया जा सके।
डेटा हैक कर रहे हैकर्स
एक्सपर्ट के अनुसार साइबर अपराधी इंटरनेट और तकनीक की मदद से लोगों के निजी कंप्यूटर, स्मार्ट फोन के जरिए डेटा आदि को हैक कर लेते हैं। हैकर्स वे अपराधी है। जो इंटरनेट पर इन अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। हालांकि साइबर पुलिस प्रॉब्लम से निपटने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन यह लगातार बढ़ रही है। हैकिंग और दुर्भावापूर्ण साफ्टवेयर के शिकार हो रहे हैं।
ये सावधानियां भी हैं जरूरी
कंप्यूटर में एंटी वायरस साफ्टवेयर स्थापित करने चाहिए
अपने क्रेडिट कार्ड की जानकारी संदिग्ध या अनजान लोगों को कभी न दें
फेसबुक, इंस्टाग्राम व जीमेल पर मजबूत पासवर्ड विकसित करने चाहिए
बच्चों पर नजर रखें और उनके द्वारा इंटरनेट के इस्तेमाल को सीमित रखें
समय-समय पर फेसबुक, टियूटर, यू-टयूब की सुरक्षा सेटिंग्स की जांच करें
सार्वजनिक वाई-फाई हाटस्पाट का इस्तेमाल करते समय सचेत रहना चाहिए
वाई-फाई व हाटस्पाट के इस्तेमाल से लेन-देन करने से बचें
एक लिंक या अज्ञात मूल के फाइल पर क्लिक करने से पहले सत्यता जांचें
किसी भी तरह का साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें