गोरखपुर (ब्यूरो)। जिले के विद्युत वितरण खंडों के अफसरों को निर्देश दिए गए हैं कि कटौती न की जाए, यदि हो भी रही है तो इसकी पूरी रिपोर्ट बनाए और संबंधित अफसरों का अवगत कराएं।
बढ़ रहा पब्लिक का गुस्सा
जर्जर तार बदलने के लिए की जा रही बेतहाशा बिजली कटौती कब रुकेगी, कोई बताने वाला नहीं है। एक तरफ विकास कार्यों के नाम पर तो दूसरी तरफ सुधार कार्यों के नाम पर हो रही कटौती ने गर्मी की शुरुआत में ही लोगों को परेशान कर दिया है। महानगर में तो कुछ इलाकों को छोड़कर कटौती की सूचना मिल भी जा रही है, ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती का कारण ही बताने वाला कोई नहीं है। सुबह से शाम तक बिजली कटने से लोगों का बुरा हाल हो रहा है। रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत जर्जर तार बदलने की बात कहकर बिजली कटौती में मनमानी से लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है। कंज्यूमर्स का कहना है कि बिजली निगम पिछले वर्ष से ही जर्जर तार बदलने का काम करा रहा है लेकिन अब तक यह पूरा नहीं हो सका है।
372 करोड़ से बदले जा रहे तार
मंडल में 372 करोड़ रुपये से जर्जर तार बदलने का काम चल रहा है। इसके पीछे मंशा यह भी है कि तार की जगह एरियल बंच कंडक्टर (एबीसी) लगने से कोई कटिया भी नहीं लगा पाएगा। बिजली व्यवस्था में सुधार के साथ ही लाइनलॉस में भी कमी आने की बात कही गई है लेकिन काम न पूरा होने के कारण लोग परेशान हैं।
लाइनलॉस भी कम नहीं
महानगर में ही लाइनलास में कमी नहीं आ रही है। लालडिग्गी और नार्मल क्षेत्र में कई दिनों से आरडीएसएस स्कीम के तहत जर्जर तार बदले जा रहे हैं लेकिन लाइनलास अब भी तकरीबन 29 परसेंट है। सर्किट हाउस क्षेत्र में लाइनलास 30 परसेंट से ज्यादा तो लोहिया सबस्टेशन क्षेत्र में 51 परसेंट से ज्यादा है। ग्रामीण क्षेत्रों का तो और बुरा हाल है। यही स्थिति रही तो आरडीएसएस स्कीम में इतनी धनराशि खर्च होने का फायदा नहीं मिलेगा।
यहां इतने करोड़ से हो रहा काम
जिला रुपये
गोरखपुर 162
देवरिया 95
कुशीनगर 56
महराजगंज 59
कुल 372
इतने किलोमीटर में बिछ रही एलटी लाइन
जिला किलोमीटर
गोरखपुर 1640
देवरिया 1281
कुशीनगर 662
महराजगंज 747
कुल 4330
इतने किलोमीटर में बिछ रही 11 हजार वोल्ट की लाइन
जिला किलोमीटर
गोरखपुर 469
देवरिया 309
कुशीनगर 210
महराजगंज 159.71
कुल 1148
इतने किलोमीटर में बिछ रही 33 हजार वोल्ट की लाइन
जिला किलोमीटर
गोरखपुर 97
देवरिया 45
कुशीनगर 71
महराजगंज 51
कुल 264
आरडीएसएस स्कीम के तहत काम पिछले वर्ष शुरू हुए थे। काम पूरा करने के लिए दो वर्ष का समय दिया गया है, लेकिन कार्यदायी संस्था को जल्द से जल्द काम पूरा कराने को कहा गया है। तकरीबन 50 परसेंट काम हो गया है। सभी अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि काम शुरू होने से पहले कंज्यूमर्स को जरूर सूचित कर दें ताकि वह पानी की व्यवस्था कर लें। कम से कम बिजली काटने के निर्देश हैं। अघोषित कटौती हो रही है तो इसका ब्यौरा विभाग को दें।
ई। आशु कालिया, चीफ इंजीनियर गोरखपुर जोन