गोरखपुर (ब्यूरो)। जो बीते 39 साल का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान है। इसकी वजह से दिन की गर्मी से परेशान होने के बाद लोगों को रात में भी चैन नहीं मिला क्योंकि न्यूनतम तापमान रात की गर्मी निर्धारित होती है।
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय ने बताया कि न्यूनतम तापमान का इससे पहले अधिकतम आंकड़ा 1985 में रिकार्ड हुआ था। जब मौसम विभाग के पैमाने पर 32.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकार्ड हुआ था। उसके बाद न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पार नहीं कर सका है। यह स्थिति 39 साल बाद रविवार को आई। रविवार का न्यूनतम तापमान औसत से साढ़े पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। जिसकी वजह से लोगों को पूरी रात गर्मी ने बेचैन किए रखा। अधिकतम तापमान ने भी न्यूनतम तापमान से कदम मिलाया। रविवार को अधिकतम तापमान एक बार फिर गर्म दिन के मानक को पार करते हुए 41.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। लगातार तीसरा दिन था। जब गोरखपुर का दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। रविवार के अधिकतम तापमान का आंकड़ा भी औसत से चार डिग्री अधिक रहा। मौसम विज्ञानी के मुताबिक प्रचंड गर्मी का यह क्रम फिलहाल जारी रहेगा। कम से कम अगले तीन दिन तक अधिकतम तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहने और न्यूनतम तापमान के 30 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने का पूर्वानुमान है। बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवाती तूफान से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में हल्की वर्षा की संभावना बनेगी या नहीं। इसे लेकर अध्ययन जारी है। तूफान का रुख देखने के बाद ही इसे लेकर कोई पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा।
हीट इंडेक्स की वजह से हुआ अधिक गर्मी का अहसास
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय ने बताया कि रविवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान से अधिक की गर्मी का अहसास हुआ। ऐसा पुरवा हवा के साथ बंगाल की खाड़ी से आई नमी के चलते हुआ है। पुरवा हवा ने गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों की नमी बढ़ाई है। नमी का साथ पाकर धूप ने मौसम की गर्मी बढ़ाई है। रविवार को आद्र्रता का अधिकतम प्रतिशत 56 रहा।