गोरखपुर : खुशवन ने बताया कि सोमवार की सुबह आठ बजे वह मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर पहुंचे तो भाभी ङ्क्षबदु बेड पर नहीं थीं। कर्मचारियों से पूछताछ के बाद पता चला कि रात में ही उनकी मौत हो चुकी थी। शव को मोच्र्युरी में रखा गया है। वहां पहुंचने पर पुलिस ने पंचनामा भरने को कहा तो भाभी के महराजगंज के मुजरी तेनुहिया स्थित मायके में सूचना दी गई। वहां से कोई नहीं आया। पंचनामा की कार्यवाही पूरी करने के लिए पांच लोगों की जरूरत थी। उन्होंने पिता और तीन दोस्तों को फोन कर बुलाया। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम राजघाट पर शव का अंतिम संस्कार किया गया।
पड़ोसियों के दबाव पर तैयार हुआ पति रवि
बेटी और भतीजी की दो सितंबर को हत्या की सूचना पर हैदराबाद से आए रवि ने पत्नी ङ्क्षबदु से नाता तोड़ लिया था। डॉक्टर्स के बुलाने पर भी वह मेडिकल कॉलेज नहीं गया। उसने पत्नी का अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया था। लेकिन चक्सा हुसैन स्थित घर पर जब ङ्क्षबदु का शव लाया गया, तो अंतिम प्रक्रिया पूरी करने के लिए पड़ोस के लोगों ने रवि से कहा। वह तैयार नहीं हो रहा था। पड़ोसियों के साथ घर वालों ने भी दबाव बनाया तो रवि ने ङ्क्षबदु का अंतिम संस्कार किया।
मुखाग्नि देने के बाद पहुंचा बड़ा भाई
सुबह सूचना देने पर ङ्क्षबदु के मायके वालों ने कोई जवाब नहीं दिया। शव घर पहुंचने पर भी मायके से कोई नहीं पहुंचा था। पति रवि के तैयार होने के बाद जब मायके पक्ष को सूचना दी गई तो ङ्क्षबदु का बड़ा भाई ङ्क्षपटू महराजगंज स्थित घर से गोरखपुर के लिए निकला। राजघाट पर जब तक वह पहुंचा, शव को मुखाग्नि दे दी गई थी।
सीडीआर निकलवाकर पुलिस करेगी जांच
गोरखनाथ पुलिस को ङ्क्षबदु का मोबाइल फोन मिल गया है। सीडीआर निकलवाकर पुलिस जांच करेगी कि उसकी किससे बातचीत होती थी। बच्चियों की हत्या के लिए किसी ने उसे उकसाया तो नहीं था। जांच के बाद पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करेगी। खुशवन का कहना है कि वह चाहते थे कि भाभी को होश आए तो वह पूछते कि जिन्हें इतना प्यार और दुलार दिया, ऐसी कौन सी बात हो गई कि अपने ही हाथों मार डाला।
रविवार की रात में ङ्क्षबदु की मौत हो गई। पुलिस की मौजूदगी में राजघाट पर उसका अंतिम संस्कार भी हो गया है। उसका मोबाइल फोन बरामद हुआ है। सीडीआर निकलवाया जा रहा है। जांच के बाद घरवालों से बातचीत कर आगे की कार्रवाई होगी।
रवि कुमार ङ्क्षसह, सीओ गोरखनाथ