गोरखपुर (ब्यूरो)। बिना नंबर प्लेट वाली कूड़ा गाड़ी जो तेज रफ्तार से सिग्नल तोड़ कर आगे बढ़ रही है, मौके पर तैनात ट्रैफिक पुलिस इसे तत्काल रोकिए। ये सुनते ही चौराहे पर तैनात टीएसआई नगर निगर की कूड़ा गाड़ी की ओर बढ़े, लेकिन तब तक गाड़ी काफी दूर निकल चुकी थी। यह सीन तो केवल एक बानगी भर है, सिटी में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाली गाडिय़ां हर रोज इतनी तेज रफ्तार से सिग्नल तोड़ते हुए निकलती हैैं कि बगल से गुजरने वाले लोग सहम जाते हैं। सिग्नल चाहे रेड हो या यलो, इन गाडिय़ों के ड्राइवर्स के लिए वो हमेशा ग्रीन ही रहता है। ऐसे में यह सवाल पूछा जाना लाजिमी है कि क्या निगम की कूड़ा गाडिय़ों के लिए कोई ट्रैफिक रूल लागू नहीं होता? और अगर इन गाडिय़ों से कोई हादसा हुआ तो इसका जिम्मेदारी कौन लेगा?
बिना नंबर प्लेट भरते हैं फर्राटा
सहायक नगर आयुक्त मणी भूषण तिवारी ने बताया कि निगम के बेड़े में कुल 240 डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन की गाडिय़ां हैं। इसमें से करीब 228 गाडिय़ां रोजाना कूडा़ कलेक्शन के लिए सड़क पर दौड़ती हैं। इन मैजिक गाडिय़ों में करीब 50 फीसदी ऐसी हैं जिनमें अभी तक एचएसआरपी नंबर प्लेट नहीं लग पाई है। वहीं, सड़क पर इन गाडिय़ों को दौड़ाते वक्त ड्राइवर्स को इसका ख्याल भी नहीं रहता कि अगर हल्की सी भी चूक हुई तो कितना बड़ा हादसा हो सकता है।
ऑफिस टाइम में भी रखते हैं हाई स्पीड
दरअसल, कूड़ा कलेक्शन में लगी ये गाडिय़ां ज्यादातार ऑफिस टाइम यानी 9 बजे के बाद ही सिटी की मुख्य सड़कों पर नजर आती हैं। रविवार को करीब 10 बजकर 49 मिनट पर एक कूड़ा कलेक्शन वैन गोलघर चौराहे से शास्त्री चौक की ओर सिग्नल तोड़ कर आगे बढ़ रही थी। ये गाड़ी पहले बायीं लेन में घुसकर कतार में लगी अन्य गाडिय़ों से आगे निकली। इसके बाद सामने से आ रहे ट्रैफिक की परवाह किए बिना तेजी से आगे निकल गई, जबकि ये समय ऐसा होता है जब ऑफिस और मार्केट जाने के लिए ज्यादातर लोग सड़कों पर नजर आते हैं।
फैक्ट फीगर
कुल वार्ड की संख्या - 80
कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ों की संख्या - 240
डेली कूड़ा उठाने वाली गाड़ी - 228
बिना नंबर प्लेट वाली गाड़ी - 50 प्रतिशत
ज्यादातर कूड़ा कलेक्शन वाहनों में नंबर प्लेट लग चुकी है, जिन गाडिय़ों में प्लेट नहीं लगी है, उनमें जल्द ही प्लेट लगवा दी जाएगी। सिग्नल तोडऩे का किसी गाड़ी को अधिकार नहीं है। जो सिग्नल तोड़ेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- मणि भूषण तिवारी, सहायक नगर आयुक्त