गोरखपुर: गोरखपुर जिले के कस्बा बालापार के दंपत्ति हैदर और रुखसाना विगत 10 वर्षो से पिपरौली बाजार के देईपार चौराहे पर सूरज शर्मा के मकान में किराए का कमरा लेकर रहते हैं। गीडी इंडस्ट्रियल एरिया के एक फैक्ट्री में काम करते हैं। रोजाना की तरह सुबह बच्चों को नास्ता कराकर टिफिन लेकर अपनी 11 साल की बच्ची तमन्ना और 3 साल के छोटे बेच्चे तैमूर को घर छोड़कर दंपत्ति गीडा में नौकरी करने चले गए। प्रतिदिन की तरह मां दोपहर घर खाना बनाने चली आती थी।

मौके पर जुटे लोग


खाना बनाने के लिए रोजाना की सुबह 11 बजे घर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था तो अपने छोटे बेटे को आवज लगाकर दरवाजा खुलवाई तो देखा कमरे में लगे हुए छज्जे में निकले सरिया से तमन्ना का शव दुपट््टा लटका हुआ है। उसने पति को सूचना दिया। अगल-बगल के लोग भी एकत्र हुए। सूचना पर मौके पर पुलिस भी पहुंची।

सुबह मांगी थी मोबाइल


मां-बाप का कहना है कि सुबह हंसी-खुशी हम लोग काम पर गए थे। बच्ची भी खुश थी। कोई विवाद भी नहीं हुआ था। हो सकता है बच्ची झूला झुलने का प्रयास की हो और लापरवाही में उसका गला कस गया हो। लेकिन मां ने यह बताया कि जाते-जाते बेटी ने मोबाइल की जिद की थी। मैंने कहा दोपहर को आऊंगी तो मोबाइल दूंगी।

सवाल का जवाब नहीं


अब सवाल ये उठता है कि यह मोबाइल न मिलने की मायूसी में उठाया गया कदम है या फिर झुला झुलने के प्रयास में लापरवाही यह जांच का विषय है। तमन्ना पिपरौली बाजार के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 5 में पढ़ती थी। पिता गीडा इंडस्ट्रियल एरिया में प्लाई फैक्ट्री में मजदूरी करता है और मां क्रेजी फैक्ट्री में काम करती है। परिजन के एक और लड़का है तैमूर जो अभी तीन साल का है।

पुलिस कर रही जांच


हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में गीडा एसएचओ विजय सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ हका जा सकता है। मां के अनुसार बच्ची ने मोबाइल की जिद की थी। आत्महत्या ही लग रहा है। मामले की जांच की जा रही है।